...जब अचानक अपने बीच पीएम को देख उत्साहित हो गए बच्चे, लगाने लगे मोदी-मोदी के नारे
अचानक अपने बीच प्रधानमंत्री को देखकर बच्चे व कार्यकर्ता उत्साहित हो गए और मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे। पीएम ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता जरूरी है।
नई दिल्ली (राज्य ब्यूरो)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देशवासियों के नाम स्वच्छता संदेश सुनने के बाद भाजपा ने दिल्ली में स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत की। इस अवसर पर झंडेवालान के नजदीक स्थित दिल्ली शेड्यूल कास्ट वेलफेयर एसोसिएशन अंबेडकर भवन परिसर में भी कार्यक्रम आयोजित था। स्कूली बच्चे व भाजपा कार्यकर्ता परिसर की सफाई कर रहे थे कि तभी बिना किसी पूर्व सूचना व बगैर सुरक्षा घेरे के प्रधानमंत्री वहां पहुंच गए।
लगे मोदी-मोदी के नारे
अचानक अपने बीच प्रधानमंत्री को देखकर बच्चे व कार्यकर्ता उत्साहित हो गए और मोदी-मोदी के नारे लगाने लगे। अंबेडकर भवन परिसर में प्रधानमंत्री लगभग आधे घंटे रहे और परिसर की सफाई भी की। उनके अंबेडकर भवन पहुंचने के लिए कोई रूट नहीं लगाया गया था। वह सामान्य नागरिकों की भांति रेड लाइट पर रुकते हुए कार्यक्रम में पहुंचे।
फावड़े से भी सफाई की
मोदी ने सबसे पहले अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद झाड़ू से परिसर की सफाई शुरू कर दी। उन्होंने परिसर के उद्यान में जाकर फावड़े से भी सफाई की। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री ने कूड़ा भी उठाया। इसके बाद उन्होंने सभी को स्वच्छता का महत्व बताया। मोदी ने बच्चों से अपने स्कूल व घर के साथ ही आस-पास सफाई रखने और इसे लेकर लोगों को जागरूक करने की सलाह दी। साथ ही भोजन से पूर्व सही ढंग से हाथ साफ करने व स्वच्छता से जुड़ी अन्य बातों की जानकारी दी।
स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता जरूरी
पीएम ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता जरूरी है। स्वयं और आसपास के माहौल को साफ-सुथरा रखकर कई बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने बच्चों से मीडिया में स्वच्छता से संबंधित आने वाले विज्ञापनों व कार्यक्रमों के बारे में भी पूछा। इसके साथ ही बच्चों को कचरा इधर-उधर फेंकने के बजाय कूड़ेदान में डालने का संकल्प दिलाया।
डॉ. भीम राव अंबेडकर ने की थी भवन की स्थापना
इस कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल एवं उत्तरी दिल्ली नगर निगम के उपमहापौर राजेश लावड़िया, दिल्ली शेड्यूल कास्ट वेलफेयर एसोसिएशन अंबेडकर भवन के अध्यक्ष कुमार सेन बौद्ध सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। बौद्ध ने बताया कि इस भवन की स्थापना डॉ. भीम राव अंबेडकर ने की थी। उन्होंने वर्ष 1946 में यहां जमीन लेने के बाद संस्था को पंजीकृत कराया था। पूरी इमारत 1995 में बनकर तैयार हुई। इसमें एक स्कूल, कंप्यूटर सेंटर, टाइपिंग सेंटर भी चलता है।