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ओलंपियन सुशील पहलवान को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस उठाने जा रही अब ये कदम, बचना होगा मुश्किल

पुलिस ओलंपियन सुशील कुमार को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही है मगर वो पुलिस की पकड़ से दूर भाग रहा है। मोबाइल लोकेशन से उसके हरिद्वार में छिपे होने के सबूत मिल चुके हैं मगर वो अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 13 May 2021 02:08 PM (IST)Updated: Thu, 13 May 2021 02:27 PM (IST)
ओलंपियन सुशील पहलवान को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस उठाने जा रही अब ये कदम, बचना होगा मुश्किल
पुलिस सुशील पर दबाव बनाने के लिए अब दूसरा तरीका अपनाने जा रही है।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दिल्ली पुलिस ओलंपियन सुशील कुमार को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही है मगर वो पुलिस की पकड़ से दूर भाग रहा है। मोबाइल लोकेशन से उसके हरिद्वार में छिपे होने के सबूत मिल चुके हैं मगर वो अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। पुलिस सुशील पर दबाव बनाने के लिए अब दूसरा तरीका अपनाने जा रही है। पुलिस ने सुशील के समर्पण नहीं करने पर उसके घर की कुर्की करने की कार्रवाई की योजना तैयार कर ली है। इसके अलावा छत्रसाल स्टेडियम के तीन पहलवान भी पुलिस के सामने चश्मदीद गवाह बन चुके हैं।

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बताया जा रहा है कि इन तीनों की गवाही सुशील को काफी महंगी पड़ेगी। ये तीनों पहलवान घटना के दिन मौके पर मौजूद थे और प्रत्यक्षदर्शी भी हैं। इससे पहले भी पुलिस सुशील से समर्पण करने की अपील कर चुकी है मगर अब तक उसने समर्पण नहीं किया है। सुशील देश छोड़कर बाहर न चला जाए इसके लिए पुलिस ने पहले ही लुकआउट नोटिस जारी करवा लिया है और साथ ही गैर जमानती वारंट भी हासिल कर चुकी है।

कौन-कौन हो चुका गिरफ्तार

बता दें कि घटना वाली रात (चार मई) पुलिस ने प्रिंस दलाल नाम के आरोपित को छत्रसाल स्टेडियम के बाहर से गिरफ्तार किया था। साथ ही दो एसयूवी, एक होंडा सिटी और एक आल्टो कार सहित दो दोनाली बंदूक, सात कारतूस और दो डंडे जब्त किए थे। घटना के बाद से सुशील अपने साथियों के साथ फरार है। सभी के फोन लगातार बंद आ रहे हैं। सोमवार को माडल टाउन थाना पुलिस ने सुशील समेत उसके खास सहयोगी अजय, मोहित, डॉली, भूपेंद्र सहित सात आरोपितों के खिलाफ रोहिणी कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी हासिल कर लिया।

किस चीज को लेकर हुआ विवाद

बताया जा रहा है कि माडल टाउन इलाके में ये फ्लैट सुशील पहलवान का है। इसमें सागर और उसके कुछ अन्य साथी रह रहे थे। सागर और उसके साथियों के गैंगस्टरों से संबंध हैं। इन सभी ने अपने ऊपर कुछ नामी गैंगस्टरों का हाथ होने पर सोचा कि इस फ्लैट पर वो कब्जा कर लेंगे। सुशील ने जब उनको फ्लैट खाली करने के लिए कहा तो इन लोगों ने इनकार कर दिया। इसको लेकर दोनों पक्षों में कई बार बात भी हुई मगर राजीनामा नहीं हो सका। सुशील पहलवान इस बात को लेकर काफी गुस्से में था कि उसके फ्लैट पर सागर और उसके साथी कब्जा करके बैठे हुए हैं। कई बार कहने के बाद भी इन लोगों ने अब तक फ्लैट को खाली नहीं किया।

4 मई को हुआ झगड़ा

आखिर में 4 मई को सागर को छत्रसाल स्टेडियम में बुलाया गया, वहां वो अपने साथियों के साथ पहुंचा, सुशील वहां अपने साथियों के साथ पहले से मौजूद था। सुशील को पहले से सागर पर गुस्सा था, जब दोनों आमने सामने हुए तो बात बढ़ते-बढ़ते मारपीट पर पहुंच गई। फिर दोनों पक्षों में जमकर एक घंटे से अधिक समय तक मारपीट हुई। सागर को लात, घूंसों और डंडों से पीटा गया, जिससे बाद में उसकी मौत हो गई। यहां कई राउंड फायर भी हुए। इस मारपीट में दोनों पक्षों को चोटें आई मगर एक पक्ष ही अस्पताल पहुंचा दूसरे पक्ष के लोग मौके से फरार हो गए। इन लोगों ने अलग-अलग जगह पर मरहम पट्टी करवाई। पुलिस ने कड़ियां जोड़नी शुरू की तो एक-एक करके चीजें सामने आती गई। अब तक इस मामले में कई लोग पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। ये भी पढ़ें-

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