जानिए बच्चों पर ओमिक्रोन का प्रभाव, आज से इन केंद्रों पर लगेगा टीका, मिलेगी वाक इन पंजीकरण की भी सुविधा
ओमिक्रोन वैरिएंट लोगों के बीच फैल चुका है। दूसरी लहर के दौरान जिस तरह मृत्युदर का आंकड़ा तेज गति से बढ़ा था वह स्थिति दोबारा न आए इसके लिए टीकाकरण ही एकमात्र विकल्प है। टीकाकरण बेहतर कल की दिशा में सरकार का अहम कदम है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के तेजी से बढ़ते मामलों से तीसरी लहर की आशंका बढ़ गई है। हालांकि, विशेषज्ञों के अनुमान के अनुसार अभी तक ओमिक्रोन के हल्के लक्षण ही देखने में आ रहे हैं और इसका बच्चों पर कोई खास प्रभाव देखने को नहीं मिला है, पर सरकार द्वारा 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए टीकाकरण की शुरुआत के फैसले का लोगों ने स्वागत किया है। अभिभावकों के साथ किशोर भी टीकाकरण कराने के लिए उत्साहित हैं। दक्षिण-पश्चिमी जिले में 21 व पश्चिमी जिले में 15 केंद्रों पर सोमवार सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक किशोरों का टीकाकरण होगा। एक जनवरी से टीकाकरण के लिए कोविन एप पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वाक इन पंजीकरण की सुविधा भी टीका केंद्रों पर उपलब्ध रहेगी। जिला प्रशासन के मुताबिक किशोरों के लिए अलग कतार, इंतजार व अवलोकन कक्ष तैयार किया गया है। किशोर अपने अभिभावकों के साथ केंद्रों पर पहुंचेंगे, इस बात को मद्देनजर रखते हुए इंतजार कक्ष का आकार बड़ा रखा गया है। कुछ निजी अस्पतालों व लैब में 15 से 18 वर्षीय किशोरों के टीकाकरण के लिए विशेष सजावट की गई है।
लोगों ने कहा
बीते दो वर्ष से कोरोना महामारी के कारण ऐसा लग रहा है जीवन रूपी गाड़ी पर ब्रेक लग गया है, पर टीकाकरण के बाद उम्मीद है जीवन पहले की तरह सामान्य रूप लेगा और पहले की तरह आफलाइन कक्षाएं शुरू हो पाएंगी। साथ ही अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी।
रान्या त्यागी
विशेषज्ञों के मुताबिक ओमिक्रोन वैरिएंट खतरनाक नहीं है, पर कई देशों में कोरोना संक्रमण अब किशोरों को भी अपनी चपेट में लेने लगा है। ऐसे में किशोरों के लिए टीकाकरण की शुरुआत सरकार का एक सराहनीय फैसला है। टीकाकरण व एहतियात फिलहाल कोरोना से बचाव के यही दो माध्यम हैं।
रश्मि मिश्रा
ओमिक्रोन वैरिएंट लोगों के बीच फैल चुका है। दूसरी लहर के दौरान जिस तरह मृत्युदर का आंकड़ा तेज गति से बढ़ा था, वह स्थिति दोबारा न आए इसके लिए टीकाकरण ही एकमात्र विकल्प है। टीकाकरण बेहतर कल की दिशा में सरकार का अहम कदम है।
आर्यन वर्मा
मैं टीकाकरण को लेकर काफी उत्साहित हूं और मेरी पूरी कोशिश रहेगी कि पहले ही दिन मुझे टीका लग जाए। तीसरी लहर भयावह रूप ले उससे पहले सभी लोगों का टीकाकरण हो जाए तो बेहतर होगा। देश का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मैं हर हाल में टीकाकरण कराऊंगा।
आदित्य राज
इन केंद्रों पर लगेगा किशोरों को टीका
दक्षिण-पश्चिमी जिला
- द्वारका सेक्टर-9 स्थित सीजीएचएस डिस्पेंसरी
- घुम्मनहेड़ गांव स्थित पालीक्लीनिक
- पालम स्थित सीजीएचएस डिस्पेंसरी
- झटिकरा स्थित दिल्ली सरकार डिस्पेंसरी
- सालापुरखेड़ा स्थित डिस्पेंसरी
- ढांसा स्थित दिल्ली सरकार डिस्पेंसरी
- मुढ़ेला खुर्द स्थित दिल्ली सरकार डिस्पेंसरी
- झाडौदा कला स्थित सीआरपीएफ अस्पताल
- शंकर गार्डन स्थित निगम एलोपैथिक डिस्पेंसरी
- द्वारका सेक्टर-6 स्थित पीडब्ल्यूडी कार्यालय
- उत्तम नगर में हस्तसाल स्थित निगम सामुदायिक भवन
- सुरहेड़ा स्थित यादव चौपाल
- द्वारका सेक्टर-4 स्थित निगम प्राथमिक विद्यालय
- उत्तम नगर में उत्तम विहार डी-ब्लाक स्थित सामुदायिक भवन
- उत्तम नगर जी-ब्लाक स्थित निगम प्राथमिक विद्यालय
- जाफरपुरकलां स्थित रावतुलाराम अस्पताल
- डाबड़ी स्थित दादा देव मातृ एवं शिशु चिकित्सालय
- छावला स्टैंड पर स्थित धनक चौपाल
- छावला रोड पर ज्ञान ज्योति स्कूल के सामने प्रशिक्षण केंद्र
- कपासहेड़ा गांव स्थित प्राचीन शिव मंदिर
- जनकपुरी सी-4 स्थित महाराजा सूरजमल इंस्टिट्यूट आफ टेक्नोलाजी
पश्चिमी जिला
- बसईदारापुर स्थित ईएसआइ अस्पताल
- कर्मपुरा स्थित ईएसआइ डिस्पेंसरी
- ज्वालाहेड़ी स्थित ईएसआइ डिस्पेंसरी
- कर्मपुरा स्थित ईएसआइ प्राइमेरी हेल्थ सेंटर
- तिलक विहार स्थित ईएसआइ डिस्पेंसरी
- बापरौला स्थित गर्वमेंट गल्र्स सिनियर सेंकेडरी स्कूल
- ख्याला स्थित गर्वमेंट ब्याज सिनियर सेंकेडरी स्कूल नंबर-2
- हरि नगर स्थित जच्चा-बच्चा केंद्र
- नांगलोई स्थित जच्चा-बच्चा केंद्र
- रघुबीर नगर स्थित जच्चा-बच्चा केंद्र
- राजौरी गार्डन स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय
- हिरणकूदना गांव स्थित सर्वोदय सह-शिक्षा विद्यालय
- तिलक नगर अस्पताल
- रंजीत नगर स्थित दिल्ली सरकार डिस्पेंसरी
- पश्चिम विहार ए-5 स्थित निगम प्राथमिक विद्यालय
स्वास्थ्य मंत्रालय व विभाग से मिले दिशानिर्देशानुसार सभी टीका केंद्रों पर व्यवस्थाएं की गई है। जरूरत पडऩे पर केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा स्कूल व कालेजों से भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि वे किशोरों व उनके अभिभावकों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करें, क्योंकि 31 दिसंबर 2007 से पहले जन्मे किशोर टीकाकरण कराने के लिए अब योग्य है।
कृति गर्ग, उपायुक्त, पश्चिमी जिला
ऐसे किशोर जिन्हें किसी तरह की बीमारी है, वे भी हर हाल में टीकाकरण कराएं। टीके की डोज का किशोरों के स्वास्थ्य पर कोई दुष्प्रभाव नहीं है। टीकाकरण के बाद वे कोरोना संक्रमण के खतरे से सुरक्षित होंगे। टीकाकरण के बाद हल्का बुखार, दर्द, चक्कर आना व बेचैनी साधारण लक्षण है, इनसे घबराने की जरूरत नहीं है।
डा. अर्चना, जच्चा-बच्चा रोग विशेषज्ञ