जानिये अब राकेश टिकैत ने किसके निजीकरण के विरोध में आंदोलन की बात की और कहा संसद में पेश हो रहा बिल
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत अब बैंकों के निजीकरण के खिलाफ देश में साझा आंदोलन करने के मूड में हैं। राकेश टिकैत ने टवीट शेयर करते हुए कहा है कि हमने आंदोलन की शुरुआत में आगाह किया था कि अगला नंबर बैंकों का होगा।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत अब बैंकों के निजीकरण के खिलाफ देश में साझा आंदोलन करने के मूड में हैं। राकेश टिकैत ने टवीट शेयर करते हुए कहा है कि हमने आंदोलन की शुरुआत में आगाह किया था कि अगला नंबर बैंकों का होगा।
छह दिसंबर को सरकारी बैंकों के निजीकरण का बिल पेश होने जा रहा है। इसमें निजीकरण के खिलाफ देशभर में सांझा आंदोलन करने की जरूरत है । दरअसल, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि संघर्ष से ही समाधान का रास्ता मिल निकला है तभी सरकार ने तीन कृषि कानूनों को वापस लिया है।हमने आंदोलन की शुरुआत में आगाह किया था कि अगला नंबर बैंकों का होगा। नतीजा देखिए, 6 दिसंबर को संसद में सरकारी बैंकों के निजीकरण का बिल पेश होने जा रहा है। निजीकरण के खिलाफ देशभर में साझा आंदोलन की जरूरत है ।
ऐसे में अब सरकार के पास 35 दिन का टाइम है। अपने घोषणा पत्र के मुताबिक एक जनवरी 2022 में वह किसानों की आमदनी दोगुना करने वाली थी जो नहीं कर पाई एक जनवरी से किसानों की मांगों में यह मांग भी जुड़ जाएगी। फिलहाल, बैकों के निजीकरण का मामला भी है।
हमने आंदोलन की शुरुआत में आगाह किया था कि अगला नंबर बैंकों का होगा। नतीजा देखिए, 6 दिसंबर को संसद में सरकारी बैंकों के निजीकरण का बिल पेश होने जा रहा है। निजीकरण के खिलाफ देशभर में साझा आंदोलन की जरूरत है । #StopPrivatization— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) December 4, 2021