जानें क्यों Jamia Millia Islamia में इजरायल को लेकर मचा बवाल
जामिया मिल्लिया इस्लामिया में कारण बताओ नोटिस को वापस लेने के मामले में दस दिन से आंदोलन कर रहे छात्रों ने मध्यस्थता के बाद बुधवार को अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। जामिया मिल्लिया इस्लामिया(Jamia Millia Islamia) में कारण बताओ नोटिस को वापस लेने के मामले में दस दिन से आंदोलन कर रहे छात्रों ने मध्यस्थता के बाद बुधवार को अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया। जामिया प्रशासन के अनुसार प्रदर्शनकारी छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने चीफ प्रॉक्टर, शिक्षक, अधिकारियों, एलुमनी एसोसिएशन और पुलिस अधिकारियों के साथ बुधवार को बैठक की। इसमें छात्रों की चार मांगें मान ली गई हैं।
छात्रों को दिया गया आश्वासन
छात्रों को आश्वासन दिया गया है कि इजरायल के किसी भी प्रतिनिधि को जामिया में किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वे अगर किसी कार्यक्रम में शामिल होते हैं तो छात्र जामिया प्रशासन के संज्ञान में यह बात लाएं। जामिया प्रशासन ने बताया कि पांच अक्टूबर को जामिया के फैकल्टी ऑफ अर्किटेक्चर एंड एक्सिटिक्स की तरफ से अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस सम्मेलन में इजराइल के सिर्फ एक प्रतिनिधि स्पीकर के तौर पर अपना शोधपत्र पढ़ने के लिए शामिल होने आए थे। विभाग ने इजरायल के साथ किसी भी तरह का करार नहीं किया है।
इजरायल के प्रतिनिधि के खिलाफ छात्रों ने किया था प्रदर्शन
सम्मेलन के दौरान छात्रों ने इजरायल के प्रतिनिधि के शामिल होने के खिलाफ प्रदर्शन किया था। छात्रों ने कहा था कि फिलिस्तीन पर इजरायल की तरफ से हमले किए जा रहे हैं। प्रदर्शन करने वाले पांच छात्रों के खिलाफ 11 अक्टूबर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जामिया प्रशासन का कहना है कि सभी पांच छात्रों के बयान मिल गए हैं। इन छात्रों के खिलाफ जारी किए गए कारण बताओ नोटिस को वापस ले लिया गया है। वहीं, पांच अक्टूबर से प्रदर्शन कर रहे किसी भी छात्र पर जामिया प्रशासन की तरफ से अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। जामिया में 30 अक्टूबर को 99वें दीक्षा समारोह का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। अब इसकी तैयारियां की जा रही हैं। दीक्षा समारोह से पहले छात्रों के मामलों को सुलझा लिया गया है।
मारपीट मामले में होगी कानून कार्रवाई
जामिया प्रशासन के अनुसार 22 अक्टूबर को परिसर में प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ मारपीट की घटना हुई थी। इस मामले में पुलिस को शिकायत मिल चुकी है। जिन भी लोगों ने छात्रों के साथ मारपीट की है, उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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