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प्रदूषण से परेशान दिल्ली-NCR के लोगों के लिए राहत की खबर, 3 दिन बाद चलेगी तेज हवा

सोमवार और मंगलवार को हवा की रफ्तार 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है। इन हवा की वजह से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 09:05 AM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 10:04 AM (IST)
प्रदूषण से परेशान दिल्ली-NCR के लोगों के लिए राहत की खबर, 3 दिन बाद चलेगी तेज हवा
प्रदूषण से परेशान दिल्ली-NCR के लोगों के लिए राहत की खबर, 3 दिन बाद चलेगी तेज हवा

नई दिल्ली, जेएनएन। Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर के आकाश पर छाई स्मॉग की चादर से अभी दो दिन और छुटकारा नहीं मिलेगा। कुछ कमी जरूर आ सकती है, दृश्यता का स्तर भी सुधर सकता है, लेकिन अपेक्षित सुधार सोमवार से ही होगा। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सोमवार एवं मंगलवार को हवा की रफ्तार तेज होगी जिसकी वजह से प्रदूषण कम होगा।

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बुधवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य स्तर पर 30.8 डिग्री सेल्सियस रहा। न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा में नमी का स्तर 45 से 91 फीसद रहा। हालांकि अगले दो दिन स्मॉग, प्रदूषण और हवा की धीमी गति के चलते गर्मी महसूस होगी। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम 19 डिग्री रह सकता है।

शनिवार से बादलों के साथ बिजली कड़कने की संभावना बनी हुई है। शनिवार से स्मॉग भी छंट जाएगी और इसकी जगह हल्का कोहरा दिखने लगेगा। सोमवार और मंगलवार को हवा की रफ्तार 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है। इन हवा की वजह से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट आएगी। मंगलवार को अधिकतम 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री तक रह सकता है।

5 सर्वाधिक प्रदूषण क्षेत्रों में कार्रवाई तेज

दिवाली के बाद से लगातार बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने राजधानी के पांच सर्वाधिक प्रदूषित क्षेत्रों का चयन किया है। ये हैं वजीरपुर, आनंद विहार, अशोक विहार, विवेक विहार और बवाना। यहां पर प्रदूषण का स्तर 450 से 500 के बीच पाया गया है। इन क्षेत्रों में पिछले तीन दिनों के पीएम 10 और पीएम 2.5 के स्तर अधिक था। यहां पानी के छिड़काव, मशीनों से सड़क की सफाई सहित अन्य कार्य किए जा रहे हैं। मुख्य सचिव ने अधिकारियों से धूल नियंत्रण, अवैध डंपिंग व निर्माण को रोकने, कचरे के जलने के उल्लंघन मामले में सख्ती से कार्रवाई करने का आदेश दिया।

निर्माण कार्यों और कोयला आधारित उद्योगों पर प्रतिबंध से मिलेगी राहत

वहीं, बुधवार को हुई सीपीसीबी की टास्क फोर्स की बैठक में निर्माण कार्यों और कोयला आधारित उद्योगों पर लगे प्रतिबंध को दो नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है।

सीपीसीबी अधिकारियों के अनुसार इससे सुबह बच्चों और कामकाजी लोगों को राहत मिलेगी। पहले यह रोक 30 अक्टूबर तक के लिए थी। जहां तक समय बढ़ाने की बात है तो ईपीसीए के मुताबिक ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि कई बड़े प्रोजेक्टों का निर्माण कार्य बिल्डर काफी पहले शुरू कर देते हैं। सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक वह धूल उड़ाते रहते हैं। जबकि सुबह 6 से दस बजे तक घर से बाहर निकलना लोगों की मजबूरी है। इन्हीं शिकायतों के चलते इस समय को सुबह 6 की बजाय अब दस बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है।

इसके अलावा भी 30 अक्टूबर तक के लिए लगाई गई सभी रोक को सीपीसीबी टास्क फोर्स ने दो नवंबर तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इस दौरान केवल पीएनजी चालित औद्योगिक इकाइयां ही चल सकेंगी। गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद सोनीपत और बहादुरगढ़ में कोयले से चलने वाले उद्योगों को बंद कर दिया गया है। हालांकि इस प्रतिबंध में ऊर्जा संयंत्र शामिल नहीं हैं। दिल्ली और उक्त शहरों में चलने वाले हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर भी इस दौरान शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक काम नहीं करेंगे।

सीपीसीबी के सदस्य सचिव डॉ. प्रशांत गार्गवा ने बताया कि दिवाली के दौरान प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ही यह ऐहतियातन कदम उठाए गए हैं। पंजाब और हरियाणा को निर्देश दिए गए हैं कि वह इस दौरान पराली न जलने दें। दिल्ली के चयनित हाई ट्रैफिक कॉरिडोरों पर भी दिल्ली पुलिस से अतिरिक्त स्टाफ लगाने को कहा गया है।

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