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डॉक्टर के पास क्यों जाना, क्यों लगाएं पैथोलॉजी लैब के चक्कर; मेट्रो स्टेशन है न घर के पास

5 स्टेशनों पर पल्स एक्टिव स्टेशन नेटवर्क नामक स्मार्ट कियोस्क मशीनें लगाई गई हैं। इससे वजन मोटापा रक्तचाप सहित स्वास्थ्य के 18 पैरामीटर और 12 बीमारियों की स्क्रीनिंग हो सकेगी।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 16 Mar 2019 12:46 PM (IST)Updated: Sat, 16 Mar 2019 02:28 PM (IST)
डॉक्टर के पास क्यों जाना, क्यों लगाएं पैथोलॉजी लैब के चक्कर; मेट्रो स्टेशन है न घर के पास
डॉक्टर के पास क्यों जाना, क्यों लगाएं पैथोलॉजी लैब के चक्कर; मेट्रो स्टेशन है न घर के पास

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली मेट्रो में सफर करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद उपयोगी है, क्योंकि अब स्टेशनों पर लाखों यात्रियों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जाएगा, इसके लिए दिल्ली मेट्रो के पांच स्टेशनों पर 'पल्स एक्टिव स्टेशन नेटवर्क' नामक स्मार्ट कियोस्क मशीन लगाई गई है। इससे वजन, मोटापा, रक्तचाप सहित स्वास्थ्य के 18 पैरामीटर और 12 बीमारियों की स्क्रीनिंग हो सकेगी। इससे लोग यह जान सकेंगे कि वे कितने स्वस्थ हैं? जाहिर है यहां से जानकारी हासिल करने के बाद लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति न केवल सतर्क रहेंगे, बल्कि जरूरत पड़ने पर इलाज भी कराएंगे। इसे दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Delhi Metro Rail corporation) की ओर से बेहतर शुरुआत के तौर पर देखा जा रहा है। 

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लोगों के लिए फायदेमंद होगी सुविधा
यहां पर बता दें कि बढ़ती भागदौड़ के कारण लोगों की जीवनशैली बिगड़ती जा रही है। इसका दुष्परिणाम मोटापा, रक्तचाप, मधुमेह सहित अन्य बीमारियों के रूप में सामने आ रहा है। यही वजह है कि लोगों के  शुभचिंतक डॉक्टर भी लोगों को नियमित स्क्रीनिंग कराने की सलाह देते हैं। यह अलग बात है कि व्यस्त दिनचर्या के कारण लोग जब तक बीमार न पड़ें तब तक स्वास्थ्य परीक्षण के लिए समय नहीं निकाल पाते। ऐसे ही लोगों के लिए अब मेट्रो स्टेशनों पर स्वास्थ्य के प्राथमिक परीक्षण की सुविधा मुहैया कराई गई है।

बीमारियों की रोकथाम में मिलेगी मदद
गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो ने दिल्ली में मेट्रो के पांच स्टेशनों पर 'पल्स एक्टिव स्टेशन नेटवर्क' नामक स्मार्ट कियोस्क मशीनें लगाई गई हैं। इससे वजन, मोटापा, रक्तचाप सहित स्वास्थ्य के 18 पैरामीटर और 12 बीमारियों की स्क्रीनिंग हो सकेगी। इससे लोग यह जान सकेंगे कि वे कितने स्वस्थ हैं? इस स्क्रीनिंग में स्वास्थ्य के लिए यदि कोई सचेत करने वाली बात सामने आती है, तो लोग समय रहते किसी अस्पताल के डॉक्टर से स्वास्थ्य जांच करा सकेंगे। ऐसे में यह पहल बीमारियों की रोकथाम में मददगार बन सकती है।

कंपनी को तीन साल तक मिली कियोस्क लगाने की जिम्मेदारी
डीएमआरसी का कहना है कि एक निजी कंपनी को तीन साल के लिए यह कियोस्क लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। फिलहाल येलो लाइन (हुडा सिटी सेंटर-समयपुर बादली) के राजीव चौक, कश्मीरी गेट, नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन और मजेंटा लाइन के हौज खास व बोटेनिकल गार्डन स्टेशनों पर ये मशीनें लगाई गई हैं, जो आइओटी (इंटरनेट एट थिंक्स) सेंसर से जुड़ी हैं।

इन मशीनों के पास प्रशिक्षित तकनीशियन नियुक्त किए गए हैं। जांच के इच्छुक यात्री को मशीन पर एक मिनट के लिए खड़ा होना होगा। इतनी ही देर में स्वास्थ्य से संबंधित डाटा सामने आ जाएगा।

इसके माध्यम से बीएमआइ (बॉडी मास इंडेक्स), बीएमसी (बोन मिनरल कांटेंट), बीएफएम (बॉडी फैट मास), प्रोटीन, आइसीडब्लू (इंट्रासेल्यूलर वाटर), ईसीडब्ल्यू (एक्स्ट्रा सेल्यूलर वाटर), जरूरी खनिज सहित कई चीजों का पता लगाया जा सकेगा और मोटापा, मधुमेह, हाइपरटेंशन, कुपोषण इत्यादि बीमारियां पकड़ी जा सकेंगी।

50 रुपये करना होगा भुगतान
मेट्रो स्टेशनों पर इस मशीन से स्वास्थ्य जांच के लिए 50 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा। पहले से कई स्टेशनों पर वजन जांच के लिए मशीनें लगी हुई हैं। इसके लिए यात्रियों को 10 रुपये भुगतान करना पड़ता है।

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