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DUSU results 2018: हरियाणा का भांजा बना सितारा, तो बेटे ने भी किया कमाल, जानें-कैसे

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के उम्मीदवार अंकिव बैसोया जहां रेवाड़ी के भांजे हैं, वही सचिव पद पर जीते एनएसयूआइ के उम्मीदवार आकाश रेवाड़ी के मूल निवासी हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 09:32 AM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 09:32 AM (IST)
DUSU results 2018: हरियाणा का भांजा बना सितारा, तो बेटे ने भी किया कमाल, जानें-कैसे
DUSU results 2018: हरियाणा का भांजा बना सितारा, तो बेटे ने भी किया कमाल, जानें-कैसे

रेवाड़ी (महेश कुमार वैद्य)। हरियाणा के रेवाड़ी जिले के लिए बृहस्पतिवार का दिन खास खुशियां लेकर आया। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के चुनाव में अध्यक्ष पद पर विजयी रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के उम्मीदवार अंकिव बैसोया जहां रेवाड़ी के भांजे हैं, वही सचिव पद पर जीते एनएसयूआइ के उम्मीदवार आकाश रेवाड़ी के मूल निवासी हैं।

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अंकिव के इकलौते मामा हिमांशु के लिए तो यह दिन कभी न भुला पाने वाला दिन बन गया है। हिमांशु पिछले कई दिन से भांजे की जीत सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली में ही डटे हुए हैं। अंकिव के नाना कैलाश चंद लोक निर्माण विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं।

बुधवार को ही गुर्जर समाज के एक कार्यक्रम में कैलाश अपने मित्रों के बीच यही कह रहे थे कि अगर बच्चों को आगे आना है तो उन्हें नेतृत्व क्षमता बढ़ानी होगी। उनके नवासे अंकिव ने नाना की भावना को साकार कर दिया है।भांजे अंकिव की जीत पर मामा हिमांशु गदगद हैं। हिमांशु ने कहा कि अंकिव भले ही मेरा भांजा है, लेकिन असलियत यह है कि वह भांजे से अधिक मेरा दोस्त है।

गौरतलब है कि दिल्ली में युवा राजनीति की धुरी माने जाने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने जीत का परचम लहराया है। एबीवीपी ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर कब्जा जमा लिया है, जबकि नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) को एक पद से संतोष करना पड़ा है।

बुधवार को मतगणना के दिन अध्यक्ष पद पर एनएसयूआइ के सनी छिल्लर एवं एबीवीपी के अंकिव बैसोया में कड़ी टक्कर रही। कुल 32 राउंड की गणना में सभी राउंड में कांटे की टक्कर रही। एक समय ऐसा भी आया जब सिर्फ 50 मतों का अंतर रहा था। हालांकि बाद में यह अंतर बढ़ता चला गया। एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अंकिव बैसोया ने एनएसयूआइ अध्यक्ष पद के प्रत्याशी सनी छिल्लर को 1744 मतों से हराया।

इससे पहले बृहस्पतिवार को सुबह करीब दस बजे से शुरू हुई मतगणना को विरोध व हंगामे के बीच कई बार रोकना पड़ा। ईवीएम के खराब होने पर एबीवीपी और एनएसयूआइ के समर्थकों के बीच कई बार झड़प भी हुई। उत्तर-पश्चिम दिल्ली के किग्स-वे कैंप में मतगणना देर रात तक चलती रही। करीब पौने दस बजे मतदान का परिणाम जारी हुआ।

परिणाम के अनुसार, अध्यक्ष पद पर एबीवीपी प्रत्याशी अंकिव बैसोया को कुल 20467 वोट मिले, जबकि एनएसयूआइ के सनी छिल्लर को 18723 मत मिले। उपाध्यक्ष पद के लिए एबीवीपी के शक्ति सिंह को 23046 मत मिले, जबकि एनएसयूआइ की लीना को 15000 मत मिले। सचिव पद पर एनएसयूआइ के आकाश चौधरी को कुल 20198 मत मिले, जबकि एबीवीपी के सुधीर को 14109 मत मिले।

वहीं, संयुक्त सचिव एबीवीपी की ज्योति चौधरी को 19353 मत मिले, जबकि एनएसयूआइ के सौरभ यादव को 14381 मत मिले। नोटा को कम वोट डूसू चुनाव 2018 में नोटा पर 27,729 वोट पड़े हैं जबकि पिछले साल 2017 के डूसू चुनाव में 29,765 वोट पड़े थे।

मौजूद रहा भारी पुलिस बल
सुबह से रात तक चली मतगणना के दौरान एबीवीपी व एनएसयूआइ के समर्थकों के बीच कई बार नोक-झोंक हुई। दोनों समर्थकों के बीच मतगणना स्थल के अंदर भी झड़प हुई। इतना ही नहीं सामुदायिक केंद्र में तोड़फोड़ भी की गई। मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने छात्रों को नियंत्रित किया। इसके बाद वहां की सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ा दी गई। पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था।


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