जानें बॉलीवुड में महात्मा गांधी के जीवन पर बनी फिल्मों की लिस्ट
2 अक्टूबर को मोहनदास करमचंद गांधी की 150 वीं जयंती है। आइये इस मौके पर कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में जानते हैं जिसमें गांधी के जीवन और विचारों को दिखाया गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। 'सर्किट मुझे गांधी जी दिखाई दे रहे हैं' ये बेहतरीन और फेमस डायलॉग सभी ने सुना है और अक्सर टीवी पर फिल्म लगे रहो 'मुन्ना भाई एमबीबीएस' को देखते हुए सभी ने हंसी के ठहाके जरूर लगाए होंगे। इस फिल्म में संजय दत्त और अरशद वारसी एक-दूसरे से बातें करते हैं तभी यह डायलॉग आता है। गांधी जी के विचारों पर बनी इस फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद किया। कॉमेडी का तड़का लगाते हुए इस फिल्म के माध्यम से गांधी के विचारों को फिल्म निर्देशक राजुकमार हिरानी ने शानदार तरीके से पेश किया। वैसे तो महात्मा गांधी के जीवन पर भारतीय सिनेमा पर काफी फिल्में बनी हैं, जिसकी छाप लंबे समय तक दर्शकों के दिलों पर रही है। 2 अक्टूबर को मोहनदास करमचंद गांधी की 150 वीं जयंती मनाई जाएगी। आइये इस मौके पर कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में जानते हैं जिसमें गांधी के जीवन और विचारों को दिखाया गया है।
गांधी
बापू के जीवन पर बनी सबसे शानदार फिल्म 'गांधी' है। ये फिल्म वर्ष 1982 में आई थी। इसका निर्देशन रिचर्ड एटनबरो ने किया। हॉलीवुड के फेमस एक्टर बेन किंस्ले ने गांधी की भूमिका निभाई। इस फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद भी किया था। यही वजह है कि इस फिल्म को ऑस्कर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
गांधी माई फादर
यह फिल्म साल 2007 में रिलीज हुई थी। इसक निर्देशन फिरोज अब्बास खान किया। यह फिल्म गांधी के बेटे हरि लाल के साथ उनके रिश्तों पर बनी थी। इस फिल्म में गांधी का किरदार दर्शन जरीवाला ने निभाया। इस फिल्म में मुख्य किरदार निभाने के लिए दर्शन को राष्ट्रीय पुरस्कार से भी नवाजा गया था।
राम
'हे राम' ये गांधी जी के अंतिम क्षण के शब्द हैं। जब नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी को गोली मारी थी तो उस दौरान उनके आखिरी शब्द हे राम ही थे। इन शब्दों के बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है। इस फिल्म में साउथ के फेमस एक्टर कमल हासन और नसीरुद्दीन शाह नजर आए थे। इस फिल्म में एक ही पर्दे पर दो बेहतरीन सितारों को देखना दिलचस्प रहा। इस फिल्म की कहानी महात्मा गांधी की हत्या के रहस्य पर बुनी गई थी। इसे भी दर्शकों ने काफी पसंद किया था।
मैंने गांधी को नहीं मारा
जहनु बरुआ के निर्देशन में इस फिल्म का निर्माण किया गया था। जैसे कि फिल्म अपने टाइटल से ही दर्शकों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है। इस फिल्म साल को 2005 में रिलीज किया गया था। इस फिल्म ने भी दर्शकों के बीच अमिट छाप छोड़ी। यही वजह है कि इस फिल्म से जुड़े कई कलाकारों को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
द लीजेंड ऑफ भगत सिंह
इस फिल्म का निर्देशन राजकुमार संतोषी ने किया। यह फिल्म साल 2002 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में गांधी का किरदार सुरेंद्र रंजन ने अदा किया।
द मेकिंग ऑफ गांधी
इस फिल्म का निर्देशन श्याम बेनेगल ने किया। गांधी जी का किरदार रजित कपूर ने अदा की। यह फिल्म 1996 में रिलीज हुई थी।
रोड टू संगम
इस फिल्म का डायरेक्शन अमित राय ने किया। साल 2010 में यह फिल्म रिलीज हुई। इस फिल्म ने सभी दर्शकों को काफी प्रभावित भी किया।
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