Kisan Andolan: खुल गया सिंघू बार्डर पर ट्रैफिक, कलेक्टर की अपील धीमी रखें वाहनों की गति
बुधवार को यूपी गेट से भी किसान अपने सामानों के साथ वापस लौट गए। उधर सिंघू बार्डर के एनएच-44 को किसानों के हटने के बाद फिलहाल हल्के वाहनों के लिए खोल दिया गया है। सोनीपत जिले के कलेक्टर ने कहा कि अभी इसे हल्के वाहनों के लिए खोला गया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को खत्म करने के लिए मांग लेकर धरने पर बैठे किसानों से अब बार्डर खाली हो गए हैं। दिल्ली की सभी सीमाओं पर लगे किसानों के टेंट उखड़ चुके हैं और वो अपने सामानों के साथ वापस जा चुके हैं। बुधवार को यूपी गेट से भी किसान अपने सामानों के साथ वापस लौट गए। उधर सिंघू बार्डर के एनएच-44 को किसानों के हटने के बाद फिलहाल हल्के वाहनों के लिए खोल दिया गया है।
एनएच को खोलने के दौरान सोनीपत जिले के कलेक्टर ने कहा कि अभी इसे हल्के वाहनों के लिए खोला गया है। मरम्मत का काम अभी ज़ारी है। जनता से अपील है कि अपने वाहनों की गति को कम रखें जिससे कोई दुर्घटना ना हो।
दूसरी ओर यूपी गेट पर भी दिल्ली पुलिस की ओर से ट्रैफिक को सामान्य करने के लिए काम किया जा रहा है। यहां नगर निगम की टीम और एनएचएआइ की टीमें मरम्मत और सफाई के काम के लिए लगी हुई हैं जिससे इसे जल्द से जल्द वाहन चालकों के लिए खोला जा सके।
किसानों के धरना स्थल खाली करने के बाद सिंघू बॉर्डर के NH-44 के हिस्से को खोल दिया गया है।
सोनीपत के ज़िला कलेक्टर ने बताया, "हमने अभी हल्के वाहनों के लिए रास्ते को खोला है। मरम्मत का काम अभी ज़ारी है। जनता से अपील है कि अपने वाहनों की गति को कम रखें जिससे कोई दुर्घटना ना हो।" pic.twitter.com/y44RJ4NDSS— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 15, 2021
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने देर शाम को यहां से अपने बैरिकेड हटाने शुरू कर दिए थे। सबसे पहले दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक को चालू करने की योजना बनाई गई है क्योंकि इस पर किसानों के अधिक टेंट नहीं थे, सिर्फ मंच बना हुआ था जिसे हटा दिया गया है। इसके अलावा यहां सर्विस लेन पर सबसे अधिक टेंट लगे हुए थे, वो अब खाली हो चुके हैं। किसानों ने यहां अपने टेंट लगाने के दौरान काफी तोड़ फोड़ भी की है।
एनएचएआइ के अधिकारियों ने इसका मुआयना किया है, नुकसान का आंकलन किया जा चुका है, अगले कुछ दिनों में मरम्मत का काम पूरा कर लिया जाएगा उसके बाद इस रास्ते को भी खोला जाएगा। फिलहाल दिल्ली और गाजियाबाद प्रशासन यहां यातायात को सामान्य करने में लगा हुआ है।