किसान आंदोलन : टीकरी बार्डर पर पुलिसकर्मी को उपद्रवियों ने पीटा, पोस्टर लगाने के दौरान हुआ था विवाद
पुलिसकर्मी को उधर देख उपद्रवी आक्रोशित हुए और उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। जब पुलिसकर्मी ने इसपर आपत्ति जताई तो उन्हें पीट दिया गया। शुक्रवार शाम को हुुुई इस घटना के संबंध में फिलहाल पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। हरियाणा व दिल्ली के बीच टीकरी बार्डर पर एक पुलिसकर्मी को उपद्रवियों ने पीट दिया। पुलिसकर्मी का कसूर सिर्फ इतना था कि वे मंच के पास लगे बेरीकेड पर कुछ पोस्टर लगाने गए थे। ये पोस्टर लापता लोगों के थे। पुलिसकर्मी को उधर देख उपद्रवी आक्रोशित हुए और उन्हें धमकाना शुरू कर दिया। जब पुलिसकर्मी ने इसपर आपत्ति जताई तो उन्हें पीट दिया गया। शुक्रवार शाम को हुुुई इस घटना के संबंध में फिलहाल पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि जिस पुलिसकर्मी को उपद्रवियों ने पीटा है वे नांगलेाई थाना में तैनात हैं।
बता दें कि प्रदर्शनकारियों व पुलिसकर्मियों के बीच मारपीट की यह पहली घटना नहीं है। टीकरी बार्डर से आगे नांगलोई थाना के सामने 26 जनवरी को उपद्रवियों ने जमकर बवाल काटा था। यहां कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए थे। पुलिस के वाहनों में उपद्रवियों ने आग लगाने की कोशिश की थी। वहीं नांगलोई से थोड़ी दूर नजफगढ़ इलाके में उपद्रवियों ने एक पुलिस इंस्पेक्टर के दोनों हाथों को तोड़ दिया था। उनपर डंडे से वार किया था।
यूपी गेट पर पुख्ता रही सुरक्षा, आलाधिकारियों ने लिया जायजा
इधर, साहिबाबाद के यूपी गेट पर शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था रही। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने जायजा लिया। मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वहीं, सुबह भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को हरियाणा जाते वक्त उत्तर प्रदेश की सीमा तक सुरक्षा मिली।
अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन राजीव सभरवाल, पुलिस महानिरीक्षक मेरठ रेंज प्रवीण कुमार ने जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के साथ यूपी गेट की सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की। खुफिया विभाग सतर्क रहा। धरना-स्थल से कोई अप्रिय सूचना नहीं मिली। प्रवीण कुमार ने बताया कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं।
------
एस्कार्ट की रही चर्चा : राकेश टिकैत श्ुक्रवार सुबह यहां से हरियाणा के लिए रवाना हुए। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की एक जिप्सी उत्तर प्रदेश की सीमा तक उनके साथ गई। इससे धरना-स्थल पर चर्चा हो गई कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें एस्कार्ट दे दी है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ हैं।
--------
अवनीश मिश्र