Kisan Andolan: राजधानी की सुरक्षा में एक बार फिर हुई बड़ी चूक, इस बार निहंग प्रदर्शनकारियों ने लगाई सेंध, जानिए क्या है पूरा मामला?
Kisan Andolan Delhi 100 निहंगों का जत्था बृहस्पतिवार को अचानक राजधानी में घुसकर दिल्ली पुलिस में सनसनी फैला दी। राजधानी की सुरक्षा में यह बड़ी चूक माना जा रहा है। निहंग दिल्ली पुलिस से बिना पूर्व अनुमति लिए अचानक दिल्ली में घुस गए।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। सिंघु बार्डर पर कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन में शामिल करीब 100 निहंगों का जत्था बृहस्पतिवार को अचानक राजधानी में घुसकर दिल्ली पुलिस में सनसनी फैला दी। राजधानी की सुरक्षा में यह बड़ी चूक माना जा रहा है। निहंग दिल्ली पुलिस से बिना पूर्व अनुमति लिए अचानक दिल्ली में घुस गए। मुकरबा चौक से बंगला साहिब गुरुद्वारा आने तक पुलिस ने भले ही निहंगों को अपनी सुरक्षा घेरे में रखने का दावा कर रही है लेकिन उन्हें यहां तक आने देना राजधानी की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
सूत्रों की मानें तो दिल्ली पुलिस को निहंगों के बंगला साहिब गुरुद्वारा आने की कोई सूचना नहीं थी क्योंकि उन्होंने पुलिस से वहां आने की कोई लिखित अनुमति नहीं मांगी थी। निहंगों का जत्था जब सिंघु बार्डर से अपने वाहनों में करीब दस किमी अंदर मुकरबा चौक तक पहुंच गए तब जाकर पुलिस को खबर लगी। उसके बाद आनन-फानन में पुलिस ने बैरीकेड लगाकर मुकरबा चौक पर उन्हें रोक लिया। वहां पुलिस अधिकारियों ने उन्हें गुरुद्वारा तक न जाने देने के लिए काफी समझाने की कोशिश की किंतु जब वे नहीं मानें तब सशर्त उन्हें मजबूरन गुरुद्वारा तक आने के लिए अनुमित प्रदान की गई। यह वही मुकरबा चौक है जहां 26 जनवरी को प्रदर्शनकारियों ने जमकर उत्पात मचाया था।
निहंगों के जिद पर अड़ने पर उन्हें दो बसों व एक अन्य वाहन से बंगला साहिब गुरुद्वारा तक आने दिया गया। इस दौरान उनके वाहनों के साथ माडल टाउन थाने के थानाध्यक्ष व यातायात पुलिस के इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद कुछ पुलिसकर्मियों के साथ दोपहर बाद करीब 4.30 बजे गुरुद्वारा पहुंचे। निहंग नई दिल्ली जिला में घुसकर पिछली घटना की तरह कहीं अचानक कानून अपने हाथ में लेकर कोई हिंसक उपद्रव न करने लगे इसके लिए गुरुद्वारा के आसपास पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई थी।
गुरुद्वारे में अरदास करने के बाद निहंगों का जत्था शाम करीब 6 बजे अपने वाहनों में सवार होकर वापस सिंघु बार्डर चले गए। उसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। इस मामले को लेकर डीसीपी बृजेंद्र यादव का कहना है कि सिंघु बार्डर अभी बंद नहीं है। जब उन्हें पता चला कि निहंग अरदास करने बंगला साहिब गुरुद्वारा जाना चाह रहे हैं तब उन्हें सुरक्षा घेरे में लेकर वहां ले जाया गया और वापस सिंघु बार्डर छोड़ दिया गया।