Navratri 2020: नवरात्र में भक्तों के लिए खुलेगा कालकाजी मंदिर, इन नियमों का पालन करना होगा जरूरी
मंदिर को खोलने को लेकर ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज व कालकाजी से विधायक आतिशी ने कालकाजी मंदिर के प्रतिनिधियों के साथ दक्षिण पूर्वी जिले की डीएम हरलीन कौर से मुलाकात की। इसमें तय किया गया कि सभी सावधानियों के साथ मंदिर में भक्तों को प्रवेश दिया जाए।
नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। नवरात्र के अवसर पर कालकाजी मंदिर भी भक्तों के लिए खोला जाएगा। इसके लिए शुक्रवार सुबह से ही ग्रेटर कैलाश से विधायक सौरभ भारद्वाज, कालकाजी से विधायक आतिशी व मंदिर प्रशासन के पुजारियों ने प्रयास शुरू कर दिया था। दरअसल, कोविड-19 की सख्त गाडइलाइन के कारण ऐसे हालात बन गए थे कि मंदिर को बंद रखने का फैसला किया गया था। इस फैसले से कालकाजी मंदिर पुजारी परिवार के साथ ही आम श्रद्धालु भी निराश थे। लोगों ने मंदिर खुलवाने के लिए सौरभ भारद्वाज व आतिशी से भी आग्रह किया। इसलिए सौरभ भारद्वाज, आतिशी व कालकाजी मंदिर के मुख्य पुजारी सुनील सन्नी, श्री कालकाजी मंदिर प्रबंधक सुधार कमेटी के अध्यक्ष विपिन गौड़ आदि ने शुक्रवार को दक्षिण-पूर्वी जिले की डीएम हरलीन कौर से मुलाकात की।
इस दौरान स्थानीय पुलिस, एसडीएम समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए भी खोलने पर सहमति बनी। अधिकारियों ने मंदिर परिसर के प्रवेश द्वार, निकास द्वार आदि का निरीक्षण किया और तैयारियां शुरू की।
मास्क व शारीरिक दूरी के साथ छतरपुर मंदिर में होंगे मां के दर्शन
श्री आद्या कात्यायनी शक्तिपीठ मंदिर ट्रस्ट के प्रभारी एनके सेठी ने बताया कि शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए संक्रमण से बचाव के लिए सारे इंतजाम किए गए हैं। सेवादार भी कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए तैनात किए गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। बिना मास्क पहने किसी भी श्रद्धालु को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। श्रद्धालु कतार में लगकर मंदिर में प्रवेश करें, इसके लिए दो-दो गज की दूरी पर गोले बनाए गए हैं। प्रवेश द्वार से प्रवेश करने के बाद कतार में ही भक्त मां के दर्शन करेंगे और निकास द्वार से निकल जाएंगे। मंदिर में कहीं भी किसी को रुकने नहीं दिया जाएगा।
प्रवेश द्वार पर ही हर श्रद्धालु के शरीर का तापमान लिया जाएगा। सुबह चार बजे से रात 11 बजे के बीच मां के दर्शन किए जाए सकेंगे। पूरे नवरात्र यहां भंडारा चलेगा। हालांकि भक्तों को पैक्ड लंगर मिलेगा। उसे वे अपने घर ले जाकर ग्रहण कर सकेंगे। प्रसाद भी पैक ही मिलेगा।मां की पूजा पहले की ही तरह विधिवत होगी लेकिन कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा।
कालकाजी मंदिर के मुख्य पुजारी सुनील सन्नी ने बताया कि मंदिर में भक्तों की सुरक्षा को देखते हुए कोविड- 19 गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। यहां पर दिल्ली-एनसीआर के अलावा भी कई जिलों से भक्त मां के दर्शन करने आते हैं। मंदिर को बंद किए जाने से सभी को निराशा हुए थी इसलिए हम लोगों ने मंदिर खोले जाने की मांग की थी।
श्री कालकाजी मंदिर प्रबंधक सुधार कमेटी के अध्यक्ष विपिन गौड़ ने बताया कि मंदिर खोले जाने के फैसले से श्रद्धालुओं में खुशी है। कोरोना महामारी से बचाव के सभी इंतजाम किए गए हैं। मंदिर परिसर में कोरोना गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए मंदिर परिसर में वॉलेंटियर्स भी तैनात किए जाएंगे। मंदिर में ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि भक्त दर्शन करके रुके नहीं बल्कि बाहर आ जाएं।
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