Jobs in Delhi : दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, डॉक्टरों और नर्सों की होगी भर्ती, जानिए सैलरी और पूरी डिटेल
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने अपने अस्पतालों में 15 हजार रुपये के दैनिक वेतन पर विशेषज्ञ डाॅक्टर छह हजार के दैनिक वेतन पर एमबीबीएस डाॅक्टर व दो हजार की मेहनताना पर नर्सिंग कर्मचारियों को अस्थायी तौर पर नियुक्त करने का निर्देश दिया है।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। आग लगने पर कुआं खोदने की कहावत कोरोना के इलाज की तैयारियों पर सटीक बैठती है। स्थिति यह है कि अस्पतालों में बेड व ऑक्सीजन के अलावा डाॅक्टरों व नर्सिंग कर्मचारियों की भी भारी कमी है। इसका कारण यह है कि डाॅक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की स्थायी नियुक्तियों पर पहले जोर नहीं दिया गया। अब हालात बिगड़ता देख दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने अपने अस्पतालों में 15 हजार रुपये के दैनिक वेतन पर विशेषज्ञ डाॅक्टर, छह हजार के दैनिक वेतन पर एमबीबीएस डाॅक्टर व दो हजार की मेहनताना पर नर्सिंग कर्मचारियों को अस्थायी तौर पर नियुक्त करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा मेडिकल के छात्रों व आयुष के डाॅक्टरों को भी नियुक्त करने का आदेश दिया गया है। एम्स ने भी डाॅक्टरों की कमी के मद्देनजर इंटर्न व एमबीबीएस के छात्रों को कोरोना के इलाज में ड्यूटी लगाने की तैयारी की है।
एम्स भी की कोरोना के इलाज में एमबीबीएस के छात्रों की ड्यूटी लगाने की तैयारी
यह स्थिति तब है जब एम्स में करीब ढाई हजार रेजिडेंट डाॅक्टर व करीब 800 फैकल्टी हैं। काफी संख्या में रेजिडेंट डाॅक्टर व फैकल्टी कोरोना पाजिटिव हो गए हैं। इस वजह से एम्स में डाॅक्टरों की कमी होने लगी है। लिहाजा, एम्स ने रेजिडेंट डाॅक्टरों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की है। इसके अलावा कोरोना के मरीजों के बढ़ते दबाव के कारण इंटर्न व एमबीबीएस के छात्रों की भी सेवाएं लेने का फैसला किया।
एम्स प्रशासन देगा वेतन
कोरोना के इलाज में ड्यूटी करने वाले एमबीबीएस के छात्रों को एम्स प्रशासन वेतन भी भुगतान करेगा। वहीं दिल्ली सरकार के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग ने आदेश दिया है कि वे अपनी जरूरत के मुताबिक तीन माह के लिए डाॅक्टर व नर्सिंग कर्मचारी नियुक्त कर सकते हैं। इसके लिए कर्मचारी के पद के अनुसार दैनिक वेतन तय कर दिया गया है। दिल्ली नर्सेज फेडरेशन के महासचिव लीलाधर रामचंदानी ने दैनिक वेतनमान पर भी सवाल उठाएं हैं। उन्होंने कहा कि डाक्टरों के लिए तो आकर्षक वेतन देने की बात कही गई है कि लेकिन नर्सिंग कर्मचारी को प्रतिदिन महज दो हजार रुपये पर नियुक्त करने की बात कही गई है। अस्पतालों में जरूरत के मुताबिक 15 सालों से कर्मचारियों के पद नहीं बढ़ाए गए। यदि नए पद सृजित कर पहले स्थायी नियुक्तियां की गई होती तो डाॅक्टरों व नर्सिंग कर्मचारियों की इतनी कमी नहीं होती।
दिल्ली सरकार के अस्पतालों में अस्थायी नियुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा तय दैनिक वेतनमान
- विशेषज्ञ डाॅक्टर- 15,000
- एमबीबीएस डाॅक्टर- 6,000
- इंटर्न, एमबीबीएस छात्र, डेंटल व आयुष के डाक्टर- 4000
- नर्स- 2000
- नर्सिंग छात्र- 810
- गार्ड- 800