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जेएनयू कुलपति ने किया जेईई -नीट के आयोजन का समर्थन, बताया भविष्य के लिए आवश्यक

जेएनयू कुलपति प्रो जगदीश कुमार ने वीडियो जारी किया। उन्होंने छात्रों के भविष्य के लिए इसे जरूरी बताया।

By Prateek KumarEdited By: Published: Wed, 26 Aug 2020 10:41 PM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 10:41 PM (IST)
जेएनयू कुलपति ने किया जेईई -नीट के आयोजन का समर्थन, बताया भविष्य के लिए आवश्यक
जेएनयू कुलपति ने किया जेईई -नीट के आयोजन का समर्थन, बताया भविष्य के लिए आवश्यक

नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्रा]। सितंबर महीने में प्रस्तावित जेईई, नीट परीक्षा को लेकर मचे सियासी घमासान के बीच जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति प्रो जगदीश कुमार ने सितंबर महीने में प्रस्तावित परीक्षा का समर्थन किया है। कुलपति ने छात्रों के भविष्य के मद्देनजर परीक्षा को आवश्यक बताया है।

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जेएनयू कुलपति प्रो जगदीश कुमार ने वीडियो जारी किया। जिसमें वो कह रहे हैं कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी दोनों परीक्षा का आयोजन कर रही है, जो स्पष्ट कर चुकी है कि दोनों परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्र बढ़ाये गए हैं। तो वहीं परीक्षा केंद्रों में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल लागू किया जायगा। उन्होंने गोवा के उदाहरण देते हुए कहा है कि गोवा में 90 हजार स्कूली बच्चों व गोवा प्रवेश परीक्षा का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया है।

वहीं जो छात्र अभी जेईई-नीट की तैयारी कर रहे हैं , परीक्षा रद करने उनकी परेशानी बढ़ेगी। जबकि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की वेबसाइट से परीक्षा के लिए जितने प्रवेश पत्र डाउनलोड किये गए है, उससे स्पष्ट है कि अधिकांश छात्र परीक्षा चाहते हैं।

अवकाश नहीं मिलने पर कोर्ट पहुंचे जेएनयू प्रोफेसर

इधर, फ्रांस में नौ महीने की फेलोशिप के लिए बिना वेतन अवकाश नहीं देने के खिलाफ जवाहर लाल नेहरू (जेएनयू) के अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर उदय कुमार की याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने जेएनयू प्रशासन से जवाब मांगा है। याची प्रोफेसर ने कहा कि फ्रांस के एक नामी शोध संस्थान में अध्ययन के लिए उन्होंने अक्टूबर 2020 से जून 2021 तक अवकाश देने की अर्जी दी थी, लेकिन जेएनयू प्रशासन ने इसे मंजूर नहीं किया। उन्होंने मांग की उनकी अर्जी पर फिर से विचार कर अवकाश स्वीकृत करने का जेएनयू प्रशासन को निर्देश दिया जाए।

डीयू की ऑनलाइन कक्षाओं से 50 फीसद छात्र नदारद

वहींं, फोरम ऑफ एकेडमिक फॉर सोशल जस्टिस ने दावा किया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय की ऑनलाइन कक्षाओं में सिर्फ 50 फीसद छात्र ही उपस्थित हो रहे हैं। बाकी 50 फीसद छात्र नदारद हैं। प्रो. हंसराज सुमन ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय का नया शैक्षिक सत्र 10 अगस्त से आरंभ हो चुका है। विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले कॉलेजों में तीसरे और पांचवें समेस्टर के छात्रों की पढ़ाई ऑनलाइन ही हो रही है।

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