Chandni Chowk Jewelers News: सोने-चांदी से लदी गाड़ियों के प्रवेश में दिक्कत से चांदनी चौक के ज्वेलर्स परेशान
Chandni Chowk Jewelers News कूचा महाजनी में तकरीबन 1000 कारोबारी प्रतिष्ठान हैं जहां गहनों के साथ बुलियन का थोक कारोबार होता है। यहां रोजाना सोने-चांदी से लदे वाहन आते-जाते हैं लेकिन जब से यहां पर वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है तब से उन्हें दिक्कतें आ रहीं है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। देश की राजधानी दिल्ली में चांदनी चौक के मुख्य मार्ग पर मोटर वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध से कूचा महाजनी व दरीबा कलां के ज्वेलर्स परेशान है, क्योंकि सोने-चांदी से लदे लाजिस्टिक वाहनों को भी प्रवेश नहीं मिल पा रहा है। इस संबंध में दिल्ली सरकार के साथ ही प्रशासन के लोगों तथा शाहजहांनाबाद पुनर्विकास निगम (एसआरडीसी) के अधिकारियों के साथ चर्चा हुई, लेकिन समाधान नहीं निकल सका है। ऐसे में अब ज्वेलर्स का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल से मिलेगा तथा उनसे इस समस्या के समाधान के लिए हस्तक्षेप का आग्रह करेगा।
द बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन योगेश सिंघल (Yogesh Singhal, chairman of The Bullion and Jewelers Association) ने बताया कि कूचा महाजनी में तकरीबन एक हजार कारोबारी प्रतिष्ठान हैं, जहां गहनों के साथ बुलियन का थोक कारोबार होता है। यहां रोजाना सोने-चांदी से लदे वाहन आते-जाते हैं, लेकिन जब से चांदनी चौक में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है तब से उन्हें दिक्कतें आ रहीं है।
उन्होंने बताया कि यातायात पुलिस के उच्चाधिकारियों से विचार विमर्श में गाड़ी नंबरों के आधार पर वाहनों के प्रवेश की व्यवस्था बनी थी, वह भी प्रभावी नहीं रही है। कूचा महाजनी में लाजिस्टिक कंपनियों की अधिकतर 30 गाड़ियां आती जाती हैं। योगेश सिंघल ने बताया कि शाहजहांनाबाद पुनर्विकास परियोजना दिल्ली सरकार की है, इसलिए उनसे इस संबंध में हस्तक्षेप की मांग की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल से मुलाकात में लाजिस्टिक कंपनियों के प्रतिनिधि के साथ अंगड़िए भी ज्वेलर्स के प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहेंगे जो स्थानीय स्तर पर सोने-चांदी की ढुलाई का काम करते हैं।