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पाकिस्तान से जैश-ए-मुहम्मद का आता था संदेश, 'हमले के लिए तैयार करो आतंकी'

स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार जैश-ए-मुहम्मद का आतंकी फैयाज अहमद लोन जम्मू-कश्मीर में आतंकी सगंठन जैश के लिए जमीन तैयार करने में जुटा था।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 03 Apr 2019 11:50 AM (IST)Updated: Wed, 03 Apr 2019 11:50 AM (IST)
पाकिस्तान से जैश-ए-मुहम्मद का आता था संदेश, 'हमले के लिए तैयार करो आतंकी'
पाकिस्तान से जैश-ए-मुहम्मद का आता था संदेश, 'हमले के लिए तैयार करो आतंकी'

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार जैश-ए-मुहम्मद का आतंकी फैयाज अहमद लोन जम्मू-कश्मीर में आतंकी सगंठन जैश के लिए जमीन तैयार करने में जुटा था। वह अपने दोनों फरार साथियों के साथ संगठन के नेटवर्क को मजबूत कर रहा था। तीनों लोग कश्मीरी युवाओं को जैश के साथ काम करने के लिए बरगलाते थे। पुलिस की पूछताछ में फैयाज ने स्पेशल सेल के अधिकारियों के सामने इस बात की पुष्टि की है। फैयाज की गिरफ्तारी के बाद पुलिस फरार चल रहे उसके दो साथियों की तलाश कर रही है। आतंकियों की गिरफ्तारी के लिए अलग- अलग जगहों पर छापेमारी की जा रही है।

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फैयाज छह माह तक नहीं आया घर

स्पेशल सेल के अधिकारी के मुताबिक पूछताछ में फैयाज अहमद लोन ने बताया कि वर्ष 2013 में अदालत से बरी होने के बाद छह महीने तक वह अपने गांव नहीं गया। बाद में मामला शांत होने पर वह चोरी-छिपे अपने गांव जाने लगा था। बावजूद इसके सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती बरकरार थी। लिहाजा फैयाज अपने गांव में न रहकर आसपास के इलाकों में रहता था और किसी को शक न हो इसके लिए छोटा-मोटा काम भी करता था।

इसी बीच वह जैश के लिए जमीन तैयार करने के लिए कश्मीरी युवकों को अपने साथ मिलाना शुरू किया था। इस दौरान वह पाकिस्तान के पुराने आकाओं से निर्देश लेता था। मालूम हो कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से जैश के आतंकी फैयाज अहमद लोन को गिरफ्तार किया है।

निचली अदालत ने बरी किया, हाई कोर्ट ने उम्र कैद दी

स्पेशल सेल ने वर्ष 2007 में रंजीत सिंह फ्लाईओवर के समीप से मुठभेड़ के बाद फैयाज सहित अन्य आतंकियों को गिरफ्तार किया था। वर्ष 2013 में निचली अदालत ने सभी आतंकियों को बरी कर दिया था। जिसके बाद वह फरार हो गए थे। बाद में जब मामला हाई कोर्ट पहुंचा तो कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को पलटते हुए सभी को उम्र कैद की सजा सुना दी।

स्पेशल सेल ने रखा था दो-दो लाख का इनाम, कर रही थी छापेमारी

सजा के बाद भी आत्मसमर्पण न करने पर कोर्ट ने आतंकियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। वहीं, स्पेशल सेल ने 2-2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा कर लगातार इनकी तलाश में छापेमारी कर रही थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ काफिले पर हुए हमले के बाद एजेंसियों ने संदिग्धों की सूची तैयार करनी शुरू की थी। इस दौरान फरार फैयाज के बारे में जानकारी मिली तो सुरक्षा एजेंसियों से इसकी डिटेल साझा की। जिसके बाद स्पेशल सेल की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।


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