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Pulwama Attack: फिदायीन हमले के लिए तैयार 5 आतंकियों के संपर्क में था सज्जाद

पुलवामा हमले से चंद दिन पहले ही उसने सज्जाद को जैश से जुड़ चुके दो कश्मीरी युवाओं का फिदायीन हमले के लिए चयन करने को कहा था।

By Edited By: Published: Sat, 23 Mar 2019 09:10 PM (IST)Updated: Sun, 24 Mar 2019 06:48 AM (IST)
Pulwama Attack: फिदायीन हमले के लिए तैयार 5 आतंकियों के संपर्क में था सज्जाद
Pulwama Attack: फिदायीन हमले के लिए तैयार 5 आतंकियों के संपर्क में था सज्जाद

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। दिल्ली के लालकिला के पास से गिरफ्तार किए गए पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद का आतंकी सज्जाद अहमद खान जम्मू कश्मीर के पुलवामा के आसपास के गांवों के रहने वाले पांच आतंकियों के नियमित संपर्क में था। उक्त पांचों कश्मीरी युवक पुलवामा हमले से पहले ही जैश में शामिल हो चुके हैं, जिन्हें फिदायीन हमले के लिए तैयार किया जा रहा है। ये पांचों आतंकी कई बार जैश के आकाओं से मिलने पाकिस्तान भी जा चुके हैं।

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सज्जाद को यह देखने के लिए पुलवामा जाना था कि फिदायीन हमले के लिए ये पांचों पूरी तरह से तैयार हैं अथवा नहीं। उसकी रिपोर्ट के बाद ही पांचों को जैश के आकाओं से मिलवाकर फिदायीन हमले के लिए प्रशिक्षित किया जाना था। यह जानकारी पकड़े गए आतंकी के मोबाइल चैट से मिली है। इसके बाद स्पेशल सेल ने इस संबंध में एनआइए को जानकारी दी है। इस सूचना के बाद शुक्रवार को ही एनआइए ने सज्जाद अहमद खान को अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पांचों कश्मीरी युवाओं के बारे में जम्मू कश्मीर के सुरक्षा बलों को जानकारी मुहैया करा दी गई है।

सज्जाद पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड मुदस्सर खान का सबसे पसंदीदा कमांडर था। पुलवामा हमले से चंद दिन पहले ही उसने सज्जाद को जैश से जुड़ चुके दो कश्मीरी युवाओं का फिदायीन हमले के लिए चयन करने को कहा था। इस पर सज्जाद ने जम्मू कश्मीर के गदपोरा निवासी बिलाल व मिदुरा, त्राल निवासी तनवीर को मुदस्सर से मिलवाया था। हालांकि, उसने इन दोनों की जगह आदिल डार का हमले में इस्तेमाल किया था।

सज्जाद की जैश में गहरी पैठ है। वह अब तक सात कश्मीरी युवाओं को फिदायीन हमले के लिए तैयार कर जैश में शामिल करा चुका है। इसके बाद मुदस्सर ने दिसंबर में उसे दिल्ली भेज दिया था। यहां उसे दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर प्रदेश के मुस्लिम युवाओं को आतंकी संगठन में शामिल करने का जिम्मा दिया गया था। डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि इससे पहले सज्जाद का बड़ा भाई इशफाक व छोटा भाई शौकत सुरक्षाबलों के हाथों मारा जा चुका है।

दोनों आतंकियों के अंतिम संस्कार में जैश का पाकिस्तानी आतंकी अनवर अब्बासी शामिल हुआ था और उसने हवा में गोलियां दागकर सलामी दी थी। नवंबर में अनवर अब्बासी भी मुठभेड़ में मारा जा चुका है। सज्जाद से पूछताछ में पता चला है कि वह शॉल बेचने की आड़ में नोएडा के मॉल, लोनी व दिल्ली के महत्वपूर्ण बाजारों व पॉश कालोनियों की रेकी करता था। उसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम बाहुल्य इलाके में युवाओं की भर्ती करने जाना था, लेकिन इससे पहले ही उसे सेल ने दबोच लिया।


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