जेएनयू के साबरमती हास्टल में शुरू हुआ आइसोलेशन सेंटर
दिल्ली हाइकोर्ट द्वारा की गई खिंचाई के बाद आखिरकार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में परिसर दिल्ली सरकार ने कोरोना संक्रमिताें के लिए 50 बेड का आइसोलेशन सेंटर शुरू कर दिया है। इसके लिए परिसर में स्थित साबरमती हास्टल को खाली करवाया गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली हाइकोर्ट द्वारा की गई खिंचाई के बाद आखिरकार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में परिसर दिल्ली सरकार ने कोरोना संक्रमिताें के लिए 50 बेड का आइसोलेशन सेंटर शुरू कर दिया है। इसके लिए परिसर में स्थित साबरमती हास्टल को खाली करवाया गया है। इस सेंटर में हर वक्त एक डाक्टर के साथ कोरोना प्रोटोकाल के तहत स्वास्थ्यकर्मी, सिविल डिफेंस वालेंटियर व अन्य स्टाफ उपलब्ध रहेंगे। सेंटर शनिवार से चालू कर दिया गया है।
गौरतलब है कि पिछले साल काेरोना की दूसरी लहर में जब बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे थे उस वक्त भी परिसर में कोई आइसोलेशन सेंटर नहीं था। तब बड़ी संख्या में यहां रह रहे छात्र व अन्य स्टाफ संक्रमित हुए थे। इसे देखते हुए पिछले साल जेएनयू शिक्षक संघ और अन्य ने हाइकोर्ट में याचिका दाखिल कर परिसर में एक प्रस्तावित कोविड केयर केंद्र का बुनियादी ढांचा और स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध कराने की मांग की थी। इस पर 13 मई, 2021 को कोर्ट ने जेएनयू में कोरोना केयर सेंटर शुरू करने का आदेश दिया था।
28 मई, 2021 को जेएनयू प्रशासन ने अदालत को बताया था कि कोविड केयर सेंटर के लिए एक साइट की पहचान की गई थी। इसके लिए जिला प्रशासन व दिल्ली सरकार से डाक्टर, नर्सिंग स्टाफ और आवश्यक बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने की मांग की गई थी। कोरोना की दूसरी लहर खत्म होकर तीसरी लहर भी आ गई लेकिन अभी तक यह सेंटर नहीं बन सका था। 13 जनवरी को हाइकोर्ट ने इसे दिल्ली सरकार की निष्क्रियता बताते हुए सरकार की जमकर खिंचाई की थी।
मदनमोहन मालवीय अस्पताल से लिए डाक्टर
आइसोलेशन सेंटर के लिए मालवीय नगर स्थित मदनमोहन मालवीय अस्पताल से आठ डाक्टरों का रोस्टर भेजा गया है। हालांकि इनमें से चार डाक्टरों ने ड्यूटी ज्वाइन कर लिया है। अस्पताल के एक सूत्र ने बताया कि काफी बड़े इलाके को कवर करने वाला यह अभी पूर्ण रूप से संचालित हो रहा अस्पताल है जिसमें इमरजेंसी सेवाएं भी चल रही हैं। इसके बावजूद इस अस्पताल से डाक्टर ले लिए गए हैं। इससे यहां स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित होंगी और उन लोगों को काफी मुश्किल हो सकती है जाे लोग यहां पर इलाज के लिए आते हैं। वहीं, एक अन्य सूत्र ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने दिल्ली सरकार से अनुरोध किया है कि जेएनयू के लिए कहीं और डाक्टरों का इंतजाम करें ताकि यहां की सेवाएं प्रभावित न हों।