Corona effect: गरीबों की भूख मिटा रहा IRCTC, सभी बेस किचन में बनाया जा रहा भोजन
इस संकट की घड़ी में रेल प्रशासन इन गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने का फैसला किया है। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) इनके लिए भोजन तैयार कर रहा है।
नई दिल्ली (संतोष कुमार सिंह)। लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों और दिहाड़ीदार मजदूरों को हो रही है। पिछले कई दिनों से काम नहीं मिलने से उनके सामने भूखमरी की नौबत आ गई है। इस संकट की घड़ी में रेल प्रशासन इन गरीबों को भोजन उपलब्ध कराने का फैसला किया है। भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आइआरसीटीसी) इनके लिए भोजन तैयार कर रहा है। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान जरूरतमंद लोगों तक भोजन पहुंचा रहा है।
भारतीय रेलवे ने कई कदम उठाए
कोरोना के खिलाफ जंग में भारतीय रेलवे ने कई कदम उठाए हैं। पिछले दिनों रेलवे बोर्ड ने आइआरसीटीसी को अपने बेस किचन से लोगों को भोजन उपलब्ध कराने को कहा था। आइआरसीटीसी ने शनिवार से इस पर अमल करना शुरू कर दिया है। आरपीएफ भी इस काम में उसका सहयोग कर रहा है। शनिवार को नई दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन और शकूर बस्ती रेलवे स्टेशनों के बाहर लगभग दो हजार लोगों को भोजन कराया गया। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी इसी तरह से जरूरतमंद लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
35 से ज्यादा किचन हैं आइआरसीटीसी के
आइआरसीटीसी के पास देशभर में 35 से ज्यादा बेस किचन हैं जहां से भोजन तैयार करके ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों पर पहुंचाया जाता है। इन दिनों ट्रेनों की आवाजाही बंद है। इस स्थिति में इन बेस किचन का उपयोग भूखे लोगों को भोजन कराने में किया जा सकता है। आइआरसीटीसी अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली की तरह पूरे देश में जहां भी बेस किचन है वहां जरूरतमंदों के लिए भोजन तैयार किया जा रहा है। इस काम में किसी तरह की बाधा नहीं हो इसके लिए सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया गया है।
भोजन की गुणवत्ता रखा जा रहा पूरा ख्याल
भोजन की गुणवत्ता का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। भोजन बनाने और इसे पैक करने वाले कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि वह थोड़ी-थोड़ी देर में साबुन पानी से हाथ धोते रहे। उन्हें मास्क व सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराया गया है। भोजन वितरण के समय भी यह ध्यान रखा जा रहा कि किसी तरह का संक्रमण नहीं फैले।भोजन लेने वालों को एक निश्चित दूरी पर खड़ा करके या बैठाकर किया जा रहा है।