International Tiger Day 2021: तीन नए बंगाल टाइगर की दहाड़ से गूंजेगा चिड़ियाघर
चिड़ियाघर के अधिकारियों की मानें तो हमेशा से राष्ट्रीय पशु बाघ को बचाने के लिए काम किया जाता है। इसके लिए चिड़ियाघर और जंगलों में लगातार एजेंसी सतर्क रहती हैं जो बाघ का शिकार करने वाले लोगों पर निगरानी रखती हैं।
नई दिल्ली [राहुल सिंह]। जल्द ही दिल्ली के चिड़ियाघर का बाघों को लेकर किया जा रहा इंतजार अब खत्म होने जा रहा है। यहां तीन नए बंगाल टाइगर शामिल होने जा रहे हैं, जो देश के अन्य चिड़ियाघरों से जानवरों की अदला-बदली के बाद आएंगे। इसके बाद राजधानी में कुल पांच बंगाल और पांच सफेद बाघ हो जाएंगे। दिल्ली-नागपुर व दिल्ली-चेन्नई के चिड़ियाघरों के बीच इसको लेकर करार हो चुका है। अब बस केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से इसको मंजूरी मिलना बाकी है।
चिड़ियाघर के अधिकारियों की मानें तो हमेशा से राष्ट्रीय पशु बाघ को बचाने के लिए काम किया जाता है। इसके लिए चिड़ियाघर और जंगलों में लगातार एजेंसी सतर्क रहती हैं, जो बाघ का शिकार करने वाले लोगों पर निगरानी रखती हैं।
वहीं, देश में इन दिनों करीब तीन हजार बाघ हैं, जिनकी संख्या पिछले दिनों में बढ़ी हैं, जो एक सुखद समाचार है।
दिल्ली चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि तीन नए बंगाल टाइगर आने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। केवल प्राधिकरण के आदेश का इंतजार है, जो जल्द मिल जाएगा। इसके बाद जनवरों की अदला बदली का काम किया जाएगा। इसके बाद दिल्ली चिड़ियाघर में बाघों की संख्या कुल 10 हो जाएगी। जो पर्यटकों के लिए राहत होगी।
दिल्ली के चिड़ियाघर में दहाड़ेंगे गुजरात के शेर
गुजरात के नर्मदा जिले के केवड़िया में स्थित दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू आफ यूनिटी के पास निर्मित चिड़ियाघर में देश के विभिन्न राज्यों से अलग-अलग नस्लों के वन्यजीव लाए जाएंगे। इसके बदले गुजरात सरकार विभिन्न राज्यों के चिड़ियाघरों को 40 एशियाई शेर भेंट करेगी। दिल्ली स्थित चिड़ियाघर (जू) में भी अब गुजरात के शेर दहाड़ेंगे। बदले में दिल्ली से हिप्पोपोटामस (दरियाई घोड़ा) व खास नस्ल के हिरण केवड़िया ले जाए जाएंगे। मुख्य वन्यजीव संरक्षक श्याम टीकादार बताते हैं कि दिल्ली चिड़ियाघर से दो हिप्पोपोटामस व पांच ब्रो एंटलर्ड डीयर (हिरण) केवड़िया लाए जाएंगे।