Indian Railways: अनलॉक हो रही ट्रेनें और महिला सुरक्षा के प्रति लापरवाह दिख रही आरपीएफ और जीआरपी
लॉकडाउन खुलने के बाद ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में इजाफा होना शुरू हो गया है। वहीं आरपीएफ और जीआरपी द्वारा महिला सुरक्षा के प्रति लापरवाही की जा रही है। अब ट्रेनों के महिला कोच में युवक हुड़दंग करते नजर आने लगे हैं।
दिल्ली/ गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। लॉकडाउन खुलने के बाद ट्रेनों में यात्रियों की संख्या में इजाफा होना शुरू हो गया है। वहीं, आरपीएफ और जीआरपी द्वारा महिला सुरक्षा के प्रति लापरवाही की जा रही है। अब ट्रेनों के महिला कोच में युवक हुड़दंग करते नजर आने लगे हैं। दरवाजे और सीट पर इनको कब्जा किए हुए देखा जा सकता है इस वजह से ट्रेन में सफर करने वाली महिलाओं को नीचे बैठना पड़ता है।
प्लेटफार्म नंबर एक, दो, चार व पांच पर दोपहर के समय सुरक्षाकर्मी गायब रहते हैं। एक जून को गाजियाबाद से सभी लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया था। लेकिन लॉकडाउन न खुलने की वजह से यात्रियों की संख्या ट्रेनों में कम थी। अनलॉक होने पर मंगलवार व बुधवार को स्टेशन पर बड़ी संख्या में यात्री पहुंचे। प्रवेश द्वार पर यात्रियों की कतार लगी रही। लेकिन सुरक्षाकर्मी अभी भी लॉकडाउन की तरह ही ड्यूटी कर रहे हैं। आरपीएफ के जवान केवल प्रवेश द्वार पर तैनात हैं। ट्रेन और प्लेटफार्म पर जवान गश्त कम कर रहे हैं।
प्लेटफार्म व कई ट्रेनों में कोरोना प्रोटोकॉल और महिला सुरक्षा व्यवस्था की धज्जियां उड़ रहीं हैं। प्लेटफार्म नंबर तीन से अलीगढ़ जा रही लोकल ट्रेन के महिला कोच में बड़ी संख्या में युवक बैठे हुए थे। कोच के गेट पर महिलाओं के निकलने के लिए रास्ता नहीं बचा था। कुर्सी नहीं मिलने पर महिलाएं ट्रेन में फर्श पर बैठकर सफर कर रही थीं।
स्टेशन पर कोरोना संक्रमण का खतरा
रेलवे स्टेशन पर सबसे ज्यादा यात्री बिना मास्क के यात्रा करते हुए नजर आए। प्लेटफार्म पर लोग बिना मास्क के बैठे हुए। शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा था। ट्रेन में बड़ी संख्या में लोग बिना मास्क के यात्रा कर रहे थे। हैरत की बात ये थी कि मास्क न लगाने पर यात्रियों को टोकने वाला कोई नहीं था। प्लेटफार्म नंबर तीन पर बड़ी संख्या में यात्री बिना मास्क लगाए लेटकर आराम कर रहे थे। रेलवे के कर्मचारी भी बिना मास्क के ड्यूटी करते हुए नजर आए। प्रवेश द्वार पर आरपीएफ के जवान तैनात थे। प्रवेश द्वार पर सुरक्षाकर्मियों से डरकर यात्री मास्क लगा रहे थे, प्रवेश मिलने के बाद मास्क उतारकर जेब में रख लेते थे।
आरपीएफ अधिकारी का बयान
महिला सुरक्षाकर्मी महिला कोच की चेकिंग में तैनात रहती हैं। कोई पुरुष महिला कोच में यात्रा करता पाया जाता है तो कार्रवाई की जाती है। यदि महिला कोच में कोई हुड़दंग करता है तो कार्रवाई की जाएगी। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने की जिम्मेदारी जीआरपी की है।
पीकेजीए नायडू, प्रभारी थाना आरपीएफ