विशेष ट्रेन का दर्जा खत्म करने के बाद रेलवे का बड़ा कदम, रात को नहीं काट सकेंगे टिकट; जानें अन्य जरूरी बातें
कोरोना काल में सभी ट्रेनों को विशेष ट्रेन का दर्जा देकर चलाया जा रहा था। विशेष ट्रेनों का नंबर 0 (शून्य) से शुरू होता है। रेल प्रशासन ने विशेष ट्रेन का दर्जा खत्म करने का फैसला कर लिया है इसलिए सभी ट्रेनें अपने मूल नंबर के अनुसार चलेंगी।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। विशेष ट्रेन का दर्जा खत्म करने के बाद अब ट्रेनों के नंबर में बदलाव की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) में जरूरी बदलाव किया जा रहा है। इस काम को पूरा करने के लिए अगले सात दिनों तक रोज छह घंटे तक पीआरएस बंद रखा जाएगा। यात्रियों को ज्यादा परेशानी न हो इसे ध्यान में रखते हुए रात 11.30 बजे से लेकर सुबह साढ़े पांच बजे तक पीआरएस बंद रखने का फैसला किया गया है।
स्पेशल ट्रेनों का नंबर जीरो से होता है शुरू
कोरोना काल में सभी ट्रेनों को विशेष ट्रेन का दर्जा देकर चलाया जा रहा था। विशेष ट्रेनों का नंबर 0 (शून्य) से शुरू होता है। रेल प्रशासन ने विशेष ट्रेन का दर्जा खत्म करने का फैसला कर लिया है इसलिए सभी ट्रेनें अपने मूल नंबर के अनुसार चलेंगी।
रेलवे के कंप्यूटर में होगा बदलाव
रेलवे के कंप्यूटर में ट्रेनों के नंबर के साथ ही किराये में भी बदलाव किया जाएगा। चरणबद्ध तरीके से यह काम पूरा किया जाना है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार पीआरएस में बदलाव का काम 14 व 15 नवंबर की मध्य रात्रि से शुरू होकर 21 नवंबर की सुबह तक जारी रहेगा। इस दौरान रोज रात 11.30 बजे से लेकर सुबह साढ़े पांच बजे तक यात्रियों को पीआरएस से मिलने वाली सेवा उपलब्ध नहीं होगी।
पीआरएस बंद होने से नहीं करा सकेंगे आरक्षण ना रद होगी टिकट
पीआरएस बंद होने के कारण यात्री न आरक्षण करा सकेंगे और न टिकट रद करा सकेंगे। करंट टिकट की बुकिंग और पूछताछ सेवा भी बंद रहेगी। पीआरएस सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाएं यात्रियों के लिए उपलब्ध रहेगी। 139 नंबर पर ट्रेन से संबंधित जानकारी हासिल कर सकेंगे। ट्रेन का चार्ट भी पीआरएस बंद होने से पहले बनाने का निर्देश दिया गया है।
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