Move to Jagran APP

IMA के वित्त सचिव डॉ. अनिल गोयल ने कहा- दिल्ली के अस्पतालों में 25,000 बेड बढ़ाने की जरूरत

डॉक्टरों का कहना है कि अगले दो-तीन दिनों में 18 हजार बेड की व्यवस्था हो भी गई तो भी बेड कम पड़ेंगे क्योंकि जिस तरह 13 हजार से ज्यादा नए मामले आने लगे हैं यदि अगले कुछ दिनों तक यही स्थिति रही तो 18 हजार बेड भी कम पड़ जाएंगे।

By Jp YadavEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 07:17 AM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 07:17 AM (IST)
IMA के वित्त सचिव डॉ. अनिल गोयल ने कहा- दिल्ली के अस्पतालों में 25,000 बेड बढ़ाने की जरूरत
दिल्ली में ज्यादातर ऑक्सीजन बेड अधिक बढ़ाए जाने की जरूरत है।

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। राजधानी दिल्ली में कोरोना के कारण हालात ज्यादा बिगड़ गए हैं। ज्यादातर बड़े सरकारी व सभी निजी अस्पतालों के आइसीयू में वेंटिलेटर भर चुके हैं। ऑक्सीजन बेड की कमी पड़ गई है। इस वजह से मरीजों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल पा रहे हैं। दिल्ली कोरोना एप के अनुसार भी दिल्ली के अस्पतालों में 90.6 फीसद वेंटिलेटर व बगैर वेंटिलेटर वाले आक्सीजन युक्त 82.42 फीसद आइसीयू बेड भर चुके हैं। महज 9.4 फीसद वेंटिलेटर व 17.58 फीसद बगैर वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड खाली है।दिल्ली अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए अभी 13,091 बेड की व्यवस्था है। जिसमें से 63.75 फीसद बेड भर चुके हैं। सिर्फ 36.25 फीसद बेड ही खाली बचे हैं।

loksabha election banner

इससे पहले रविवार को दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने 14 निजी अस्पतालों को पूरी तरह कोरोना अस्पताल घोषित कर दिया है। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में भी बेड बढ़ाने का आदेश दिया गया है और 18 हजार बेड की व्यवस्था करने की बात कही गई थी।

वहीं, मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए डाक्टर कहते हैं कि अगले दो-तीन दिनों में 18 हजार बेड की व्यवस्था हो भी गई तो भी बेड कम पड़ेंगे, क्योंकि जिस तरह 13 हजार से ज्यादा नए मामले आने लगे हैं यदि अगले कुछ दिनों तक यही स्थिति रही तो 18 हजार बेड भी कम पड़ जाएंगे।

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के वित्त सचिव डॉ. अनिल गोयल ने कहा है कि जिस तरह से मामले बढ़ रहे हैं उससे अस्पतालों में 25 हजार बेड बढ़ाने की जरूरत है। इसमें भी ऑक्सीजन बेड अधिक बढ़ाए जाने की जरूरत है, क्योंकि बहुत मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत हो रही है।

यह है फिलहाल दिल्ली की स्थिति

  • अस्पतालों में उपलब्ध बेड- 13,091
  • भरे बेड- 8345
  • खाली- 4746
  • वेंटिलेटर वाले उपलब्ध आइसीयू बेड- 1168
  • भरे बेड- 1058
  • खाली- 110
  • बगैर वेंटिलेटर वाले आइसीयू बेड- 2110
  • भरे हुए- 1739
  • खाली- 371

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.