आनलाइन सर्वे में आया सामने दिल्ली के कितने प्रतिशत व्यापारी चाहते कोरोना प्रतिबंधों से निजात, जानिए किस व्यापारी संगठन ने उठाया कदम
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि जब संक्रमण दर 18 प्रतिशत से नीचे आ गई है अस्पतालों में गंभीर मामलों में बेहद कमी है। संक्रमण के पिछले चरण के मुकाबले मौजूदा स्थिति में अस्पतालों में बेड ज्यादा नहीं भरे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय राजधानी के 96 प्रतिशत व्यापारी कोरोना प्रतिबंधों को हटाने के पक्ष में हैं। वह सम-विषम (इवेन -आड) और वीकेंड कर्फ्य से राहत चाहते हैं। यह बातें कारोबारी संगठन कंफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के एक आनलाइन सर्वे में सामने आई है। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि जब संक्रमण दर 18 प्रतिशत से नीचे आ गई है, अस्पतालों में गंभीर मामलों में बेहद कमी है। संक्रमण के पिछले चरण के मुकाबले मौजूदा स्थिति में अस्पतालों में बेड ज्यादा नहीं भरे हैं। तब व्यापारी चाहते हैं कि कोरोना प्रतिबंधों में रियायत मिले, जिससे दिल्ली का व्यापार और आर्थिक चक्र भी चलता रहे।
खंडेलवाल ने बताया कि सर्वे में लगभग 96 प्रतिशत व्यापारियों ने पूरे सप्ताह बाजार खोलने का आग्रह किया है। इसी तरह 86 प्रतिशत व्यापारी ने कहा है कि कोरोना के चलते उनका व्यापार 60 प्रतिशत से भी कम हुआ है। जबकि 88 प्रतिशत ने शादियों में 100 व्यक्तियों के शामिल होने पर सहमति व्यक्त की है। वहीं 72 प्रतिशत ने मामले के राजनीतिकरण पर नाराजगी जताई है।उन्होंने सुझाव दिया है कि प्रतिबंधों की जगह बाजारों का समय सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे कर दिया जाए। रेस्त्रां को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने दिया जाए।
राजधानी में पिछले कुछ दिनों से कोरोना का संक्रमण लगातार कम हो रहा है। इससे पिछले दिन के मुकाबले संक्रमण दर 16.36 प्रतिशत से घटकर अब 13.32 प्रतिशत रह गई है। खास बात यह है कि कोरोना की इस लहर में संक्रमण चरम पर पहुंचने के बाद अब घटकर आधे से भी कम रह गया है। इससे रविवार को कोरोना के 9197 मामले आए। 18 दिन बाद यह पहला मौका है, जब कोरोना के मामले घटकर 10 हजार से कम हो गए। पांच जनवरी को कोरोना के 10,665 मरीज मिले थे। वहीं पिछले 24 घंटे में कोरोना के 13,510 मरीज ठीक हुए। इससे सक्रिय मरीजों की संख्या कम हुई है, लेकिन पिछले 24 घंटे में कोरोना से 34 मरीजों की मौत हो गई।
ओमिक्रोन आने के बाद 522 मरीजों की मौतदिल्ली में पांच दिसंबर को ओमिक्रोन का पहला मामला सामने आया था। उस दिन से अब तक कोरोना के कुल तीन लाख 50 हजार 416 मामले आ चुके हैं। इसमें से 84.46 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं। इससे सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 55 हजार से कम हो गई है। वहीं इस बीच 522 मरीजों की मौत हो चुकी है।