दिल्ली में ब्लैक फंगस के 197 मामले सामने आए, इलाज के लिए बनेंगे डेडिकेटेड ट्रीटमेंट सेंटर
Delhi Black fungus cases दिल्ली में अब तक ब्लैक फंगस के 197 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं ब्लैक फंगस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने तीन डेडिकेटेड ट्रीटमेंट सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। यह सेंटर लोकनायक जीटीबी और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी बनाए जाएंगे।
नई दिल्ली, एएनआइ। देश की राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगल से मामले बढ़ते जा रहे हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन (Delhi Health Minister Satyendar Jain) ने जानकारी दी है कि दिल्ली में अब तक ब्लैक फंगस के 197 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, ब्लैक फंगस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने तीन डेडिकेटेड ट्रीटमेंट सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। यह सेंटर लोकनायक, जीटीबी और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी बनाए जाएंगे। इसके साथ ही इस बीमारी से बचाव के लिए जनता को जागरूक भी किया जाएगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कैंप कार्यालय में एक उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें ब्लैक फंगस की रोकथाम और मरीजों के इलाज के संबंध में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसमें मुख्यमंत्री ने कहा कि राजधानी में ब्लैक फंगस के अधिक मामले आ सकते हैं। ऐसे में इस बीमारी के इलाज के लिए पर्याप्त मात्र में दवाओं का इंतजाम किया जाए। इसके साथ ही लोकनायक, जीटीबी और राजीव गांधी अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिए डाक्टरों की एक-एक टीम बनाने का भी निर्देश दिया। यह टीम अपने-अपने सेंटर पर मरीजों की निगरानी करेगी। टीम में ईएनटी समेत अन्य विशेषज्ञ डाक्टर शामिल होंगे। केंद्र सरकार से ब्लैक फंगस के इलाज के लिए दवाइयों का जो कोटा दिल्ली को मिला है। उसे जल्द से जल्द प्राप्त करने के भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं।
इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए दिशा-निर्देश जारी करने के साथ ही इसके बचाव और इलाज के बारे में अभियान चलाया जाएगा। डाक्टरों का कहना है कि ब्लैक फंगस के लक्षण दिखाई देने पर बिना डाक्टर की सलाह के दवा नहीं लेनी चाहिए। बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अलावा कई वरिष्ठ डाक्टर मौजूद थे।
कोरोना की दूसरी लहर में देश में 329 डॉक्टरों की मौत
कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में डॉक्टर संक्रमित हुए हैं। इस वजह से देशभर में दूसरी लहर में 329 डॉक्टरों की मौत हुई है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने गुरुवार को यह दावा किया है। आइएमए के अनुसार, दिल्ली में ही 73 डॉक्टरों की मौत हुई है। सबसे अधिक बिहार में 80 डॉक्टरों की मौत हुई है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है। आइएमए के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल ने कहा कि एसोसिएशन की शाखाओं से मिली जानकारी के अनुसार यह आंकड़ा जारी किया गया है। इससे पहले 18 मई को आइएमए ने कोरोना की दूसरी लहर में देशभर में जान गंवाने वाले डाक्टरों की संख्या 269 बताई थी।
इन राज्यों में हुई अधिक मौत
- बिहार- 80
- दिल्ली- 73
- उत्तर प्रदेश- 41
- आंध्र प्रदेश- 22
- पश्चिम बंगाल- 15
- महाराष्ट्र- 14
- ओडिशा- 14