कमर्शियल वाहन चालकों के लिए अहम खबर, 13 सितंबर से RFID टैग बिना दिल्ली में प्रवेश नहीं
किसी भी व्यावसायिक वाहन को बिना रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (radio-frequency identification) टैग के 13 सितंबर की मध्यरात्रि से दिल्ली में प्रवेश नहीं मिलेगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। किसी भी व्यावसायिक वाहन को बिना रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (radio-frequency identification) टैग के 13 सितंबर की मध्यरात्रि से दिल्ली में प्रवेश नहीं मिलेगा और न ही टोल टैक्स का भुगतान नकद में होगा। वाहन चालकों की सुविधा के लिए मंगलवार को दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने आरएफआइडी टैग रिचार्ज और पंजीकरण के लिए एक वेबसाइट लांच की।
डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट ईसीसी टैग एसडीएमसी डॉट कॉम नाम से इस वेबसाइट को इंडिया हैबिटेट सेंटर में पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (Environment Pollution Control Authority) के अध्यक्ष भूरेलाल और सदस्य सुनीता नारायण ने लांच किया। इस वेबसाइट पर जाकर कोई भी वाहन चालक अपना टैग रिचार्ज और नए टैग के लिए पंजीकरण करा सकता है।
वहीं, 13 स्थानों पर आरएफआइडी सिस्टम लागू होने के बाद अब दिल्ली के अन्य 10 स्थानों पर भी यह सिस्टम लागू करने की तैयारी की जा रही है। एक महीने के भीतर इन नए प्रवेश स्थानों पर भी आरएफआइडी टोल प्लाजा बन जाएंगे। इसके अलावा टैग रिचार्ज कराने के लिए दिल्ली के सभी बार्डर और बार्डर पर प्रवेश से पहले 28 स्थानों पर टैग रिचार्ज करने के लिए पीओएस सिस्टम भी लगाए जा रहे हैं। यहां वाहन चालक कार्ड या नकद रुपये देकर टैग रिचार्ज करा सकेंगे।
पत्रकार वार्ता के दौरान भूरेलाल, सुनीता नारायण और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (South Delhi Municipal corporation) के अतिरिक्त आयुक्त रणधीर सहाय ने बताया कि तीन सितंबर तक 3 लाख 6 हजार 812 टैग की बिक्री हो चुकी है। हालांकि चिंताजनक यह है कि 547 ने ही टैग रिचार्ज कराया है और शेष नकद भुगतान कर रहे हैं। भूरेलाल ने कहा कि आरएफआइडी दिल्ली में प्रदूषण कम करेगा, यातायात जाम भी कम होगा और इस सिस्टम की मदद से पुलिस को आपराधिक वारदातों में शामिल वाहनों की धरपकड़ में भी मदद मिलेगी।
ईपीसीए ने स्पष्ट किया है कि 13 सितंबर की मध्यरात्रि से व्यावसायिक वाहनों को दिल्ली में नकद भुगतान से प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। ईपीसीए ने ट्रांसपोर्टरों को सलाह दी है कि वे रिचार्ज के लिए वेबसाइट, एप या 28 पीओएस केंद्रों पर जाएं।
क्या है आरएफआईडी टैग
कार हो या फिर ट्रक सभी गाड़ियां अब रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) चिप से लैस होंगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के आदेश के मुताबिक यह तैयारी देश के सभी टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम लागू करने के लिए उठाया गया कदम है।
यह है नियम
बता दें कि पुरानी गाड़ियों के लिए टैग लेने के लिए उनका रजिस्ट्रेशन का दस साल से कम होना चाहिए। तभी उन्हें यह सुविधा मिलेगी। 2005 के पहले पंजीकृत वाहनों को यह सुविधा नहीं मिलेगी