करोड़ों महिलाओं के लिए राहत भरी खबर, पीरियड्स के दर्द को चुटकी में दूर करेगा यह प्रोडक्ट
देश भर में 100 महिलाओं पर इस प्रोडक्ट का क्लीनिकल ट्रायल किया गया है। इसकी कीमत 169 रुपये है और तीन मासिक धर्म के दौरान इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। आइआइटी दिल्ली के टेक्सटाइल इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के विद्यार्थियों अर्चित अग्रवाल और हैरी सहरावत ने महिलाओं को माहवारी के दर्द से निजात दिलाने के लिए संस्थान में एक प्रोडक्ट लॉन्च किया है। इसकी कीमत 169 रुपये है और तीन मासिक धर्म के दौरान इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। अर्चित का कहना है कि यह प्रोडक्ट तेल (लिक्विड) की तरह है, जिसे महिलाएं मासिक धर्म के दौरान कमर के नीचे लगा सकती हैं। इससे निश्चित तौर पर दर्द से निजात मिलेगी। यह करोड़ों लड़कियों-महिलाओं के लिए राहत भरी खबर है, क्योंकि पीरियड्स के दौरान असहनीय दर्द से बुरा हाल हो जाता है। ज्यादातर महिलाओं को इस दौरान काफी असहज महसूूस होता है। रोमजर्रा के काम में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर लॉन्च इस प्रोडक्ट का नाम 'सेन्फे पीरियड पेन रिलीफ रोल ऑन' है। दोनों ने सेन्फे नाम से स्टार्ट अप कंपनी शुरू की है। सात महीने के शोध के बाद इस प्रोडक्ट को बाजार में उतारा गया है।
प्रोडक्ट लॉन्चिंग के मौके पर आइआइटी दिल्ली एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष अतुल बल, प्रोडक्ट में छात्रों का सहयोग करने वाले संस्थान के डिजाइन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर श्रीनिवासन मौजूद थे।
ऐसे किया तैयार
अर्चित ने बताया कि पिछले साल मई में एक परीक्षा थी। उनकी मित्र की परीक्षा ठीक नहीं हुई थी। पूछने पर पता चला कि माहवारी के दर्द के कारण वह परीक्षा अच्छी तरह से नहीं दे सकीं। तभी से उन्होंने इस पर काम करना शुरू किया।
इसके बाद देश भर में 100 महिलाओं पर इस प्रोडक्ट का क्लीनिकल ट्रायल किया गया। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All india institute of medical sciences) की 50 मरीजों पर भी क्लीनिकल ट्रायल किया। एम्स के गाइनेकोलॉजिस्ट प्रो. डॉ. जेबी शर्मा से हमें सहयोग मिला।
आगे क्या करेंगे
अर्चित ने बताया कि आने वाले दिनों में दोबारा इस्तेमाल होने वाला सेनेटरी पैड बाजार में उतारेंगे। यह पर्यावरण के लिए भी काफी उपयोगी साबित होगा। इस पर शोध शुरू हो चुका है।
सोशल मीडिया पर चला रहे हैं अभियान
अर्चित ने बताया कि सोशल मीडिया पर 'स्टैंडअप फॉर योरसेल्फ' नाम से एक अभियान चलाया जा रहा है। कंपनी के फेसबुक पेज पर महिलाएं इस प्रोडक्ट कि जानकारी साझा करेंगी तो उन्हें यह मुफ्त में दिया जाएगा।
यहां पर बता दें कि सभी लड़कियों और महिलाओं को हर महीने 3 से 4 दिन तक पीरियड्स के दर्द को झेलना पड़ता है। दरअसल, पीरियड्स के दौरान ज्यादातर लड़कियों और महिलाओं की कमर पेट व पेट के निचले हिस्से पर तेज दर्द होता है। कभी-कभी पीरियड्स के दौरान दर्द इतना तेज हो जाता है कि पेन किलर (दर्द निवारक) का सहारा लेना पड़ता है, पर पेन किलर का इस्तेमाल सेहत के लिए हानिकारक होता है। ऐसे में स्थिति विकट हो जाती है। महिलाओं-लड़कियों को यह दर्द उऩके स्वास्थ्य और शरीर पर भी निर्भर करता है।
वैसे तो गाजर खाने के बहुत से फायदे हैं, मगर उन्हीं में से एक फायदा पीरियड्स से जुड़ा है। यह इस दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मददगार है। ज्यादातर महिलाओं को इस दौरान काफी असहज महसूूस होता है। रोमजर्रा के काम में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इस समस्या से निपटने का एक उपाय यह है कि आप गाजर से दोस्ती कर लें। यह न सिर्फ ब्लड फ्लो को नियमित करने, दर्द से राहत दिलाने में मददगार है बल्कि इसकी वजह से आप को महीने के उन दिनों में कम थकावट का भी एहसास होगा।
दिल्ली-एनसीआर की महत्वपूर्ण खबरें पढ़ें यहां, बस एक क्लिक पर