आइआइटी दिल्ली का स्टार्टअप दे रहा है नौकरियों को बढ़ावा, दिव्यांगों के लिए भी अवसर
स्टार्टअप की तरफ से दिव्यांगों समेत कई लोगों को आत्मनिर्भर भी बनाया जा रहा है।
नई दिल्ली [राहुल मानव]। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) दिल्ली के स्टार्टअप ईटेक्स की तरफ से दिव्यांगों के लिए नौकरियों के अवसर तलाशें जा रहे हैं। इस स्टार्टअप की तरफ से दिव्यांगों समेत कई लोगों को आत्मनिर्भर भी बनाया जा रहा है। आइआइटी दिल्ली के टेक्सटाइल एंड फाइबर इंजीनियरिंग के प्रो बिपिन कुमार ने पिछले वर्ष ईटेक्स स्टार्टअप को स्थापित किया था।
उन्होंने अप्रैल 2020 में लोगों के लिए एक किफायती कवच मास्क को तैयार किया था। तब से लेकर सभी तक इसको बनाने के लिए दिव्यांगों को जोड़ा जा रहा है। आइआइटी दिल्ली के निदेशक प्रो वी.रामगोपाल राव ने मशहूर अंतरराष्ट्रीय पैरा एथलीट एवं दिव्यांग कार्यकर्ता सुवर्णा राज को कवच मास्क दिया है।
सुवर्णा राज ने कहा कि आइआइटी दिल्ली के इस स्टार्टअप द्वारा दिव्यांग समुदाय को वित्तीय व तकनीकी रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है। इससे देश में कोविड-19 के लिए दिव्यांग योद्धाओं को तैयार किया जा रहा है।
प्रो वी.रामगोपाल राव ने कहा कि यह हमारे संस्थान के लिए गर्व की बात है कि हम कोविड-19 के इस महामारी के दौर में नौकरियों को तैयार करने के लिए काम कर रहे हैं। कोई भी तकनीकी नवाचार से समाज में जरूर असर पड़ना चाहिए।
प्रो बिपिन कुमार ने कहा कि अप्रैल से लेकर अब तक 10 लाख कवच मास्क को बांटा गया है। दिव्यांगों को इसको तैयार करने का काम दिया जा रहा है। अब तक 2 हजार नौकरियां टेक्सटाइल उद्योग में तैयार की जा चुकी हैं। साथ ही दिव्यांगों व वंचित वर्ग के लोगों को कवच मास्क तैयार करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
आत्मनिर्भर भारत एक दूरदर्शी भूमिका का निर्वहन करेगा: सत्यपाल
उधर, दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज द्वारा 'आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में युवाओं की भूमिका' विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर रमा शर्मा ने कहा कि राष्ट्र की युवा शक्ति आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में एक मजबूत स्तंभ है। इस कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय समेत कई कॉलेज के छात्र व शिक्षकों ने भाग लिया। इस अवसर पर बागपत के सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने ऐतिहासिक और वैदिक आयामों को जोड़ते हुए आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की बात कही।