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इग्नू छात्रों ने की पुनर्मूल्यांकन की तारीख बढ़ाने की मांग, अंक वितरण पर भी खड़े किए सवाल

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के छात्रों का कहना है कि कोरोना को देखते हुए पुनर्मूल्यांकन के लिए 15 जून तक का समय दिया जाए। साथ ही पुनर्मूल्यांकन के लिए आनलाइन और आफलाइन दोनों ही विकल्प छात्रों को दिया जाना चाहिए।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sat, 15 May 2021 08:47 PM (IST)Updated: Sat, 15 May 2021 08:47 PM (IST)
इग्नू छात्रों ने की पुनर्मूल्यांकन की तारीख बढ़ाने की मांग, अंक वितरण पर भी खड़े किए सवाल
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) file

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के अंतिम वर्ष के छात्रों ने परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद पुनर्मूल्यांकन का समय बढ़ाने की मांग की है। बीए अंतिम वर्ष के छात्र पंकज मंडल का कहना है कि कोरोना संकट के कारण परीक्षा परिणाम देर से घोषित हुआ। परिणाम अप्रैल के तीसरे सप्ताह में घोषित हुआ और मात्र 15 दिन का ही समय है। वहीं, छात्रों की ओर से भी परिणाम देखने में देरी हुई। परिणाम देखने के बाद कई विषयों में उम्मीद से कम अंक मम हमने जब पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने की तैयारी की तब तक अंतिम तिथि निकल चुकी थी।

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वहीं, बीए अंतिम वर्ष की छात्रा रश्मिता सिंह ने आरोप लगाया कि कापी जांचने में भी काफी गड़बड़ी हुई है। इसकी वजह से छात्रों को कम नंबर मिले हैं। अगर कापी की दोबारा से सही जांच हो तो फेल किए गए अधिकतर छात्र पास हो सकते हैं। का कहना है कि अंतिम वर्ष के बहुत से छात्रों को बहुत ही कम अंक हासिल हुए हैं। इनमें वह छात्र भी शामिल हैं जो पिछले दो वर्ष की परीक्षा में कभी फेल तक नहीं हुए। ऐसे छात्र भी बड़ी संख्या में फेल दिखाए गए हैं।

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यही वजह है कि अपनी गलती छुपाने के लिए इग्नू ने पुनर्मूल्यांकन को बंद कर दिया है। जबकि अन्य सभी कार्य के लिए इग्नू लगातार समय सीमा बढ़ा रहा है। छात्रों का कहना है कि कोरोना को देखते हुए पुनर्मूल्यांकन के लिए 15 जून तक का समय दिया जाए। साथ ही पुनर्मूल्यांकन के लिए आनलाइन और आफलाइन दोनों ही विकल्प छात्रों को दिया जाना चाहिए। वहीं, छात्रों की शिकायत पर इग्नू के जनसंपर्क का कहना है कि प्रति वर्ष पुनर्मूल्यांकन के लिए छात्रों को उचित समय दिया जाता है। जो छात्र देर से रिजल्ट देखते हैं उनका समय कम हो जाता है। इसके बावजूद अगर किसी छात्र को पुनर्मूल्यांकन को लेकर कोई शिकायत है तो वह registrarsed@ignou.ac.in पर अपनी शिकायत कर सकता है।

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