IGNOU Admission: जुलाई सत्र में दाखिले के लिए 15 जुलाई तक ऐसे करें पंजीकरण
IGNOU Admission Update दाखिले के इच्छुक छात्र 15 जुलाई तक इग्नू की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर दाखिले के लिए पंजीकरण कर सकते हैं। कुलपति प्रो नागेश्वर राव ने बताया कि वर्ष 2019-20 सत्र के मुकाबले 2020-21 में कोरोना संकट के कारण दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या घटी है।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने अपने जुलाई सत्र में दाखिले की शुरुआत कर दी है। दाखिले के इच्छुक छात्र 15 जुलाई तक इग्नू की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर दाखिले के लिए आनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। इग्नू के कुलपति प्रो नागेश्वर राव ने बताया कि वर्ष 2019-20 सत्र के मुकाबले 2020-21 में कोरोना संकट के कारण दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या घटी है।
2020-21 सत्र में कुल सात लाख 30 हजार नए छात्रों ने दाखिला लिया है। जबकि 2019-20 में यह संख्या आठ लाख थी। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट की वजह से 70 हजार दाखिले कम हुए। इसलिए इस सत्र में हमारा आनलाइन कोर्सों में दाखिले पर अधिक जोर रहेगा। विश्वविद्यालय द्वारा फिलहाल 16 आनलाइन कोर्स चलाए जा रहे हैं। इसके साथ ही इग्नू में स्नातक, स्नातकोत्तर, स्नातकोत्तर डिप्लोमा, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट के 200 अन्य कोर्स ओपन डिस्टेंस लर्निंग (ओडीएल) के माध्यम से चल रहे हैं।
पहली बार दाखिला लेने वाले ऐसे करें आवेदन
इग्नू की आधिकारिक वेबसाइट ignouadmission.samarth.edu.in पर जाएं। होम पेज पर जाकर न्यू रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करें। नया पेज खुल जाएगा, यहां मांगी गई जरूरी जानकारी भरकर पंजीकरण करें। इसके बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें। आवेदक का यूजरनेम पंजीकृत मेल आइडी पर भेजा जाएगा, जिसकी मदद से लागइन करके आगे की प्रक्रिया पूरी होगी। जानकारी के लिए छात्र इग्नू कामन प्रास्पेक्टस को पढ़ सकते हैं। प्रास्पेक्टस का लिंक भी वेबसाइट पर दिया गया है।
आयकर विभाग के नए ई-फाइलिंग पोर्टल को लेकर दी जानकारी
इधर, आयकर विभाग ने लोगों को नए ई-फाइलिंग पोर्टल की जानकारी देने के लिए वेबिनार आयोजित किया। कार्यक्रम में जुड़े चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) ने लोगों को बताया कि इससे पहले ई-फाइलिंग पोर्टल को लाग इन करना होगा। आनलाइन कार्यक्रम में जानकारी देते हुए सीए भीमांशु कंसल और सीए मनोज सिंह ने बताया कि आयकर के काम को सरल और सुविधाजनक बनाने के लिए नए पोर्टल में बहुत सारे बदलाव किए हैं। अब आयकर रिटर्न भरने के लिए लोगों को सभी जानकारी भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
फार्म में वेतन आय, बैंक ऋण, डिविडेंड आय, संपत्ति बिक्री से आय जैसी जानकारी पहले से ही शामिल होंगी। लोगों को केवल इनकी पुष्टि करनी होगी। साथ ही निवेश जिसमें लोगों को आयकर की छूट मिलनी होगी, उसकी जानकारी भी फार्म में पहले से ही होगी। कर भुगतान भी नए पोर्टल से हो जाएगा। अगर कोई टैक्स रिफंड होगा और वह विभाग के डेटाबेस के मिलान में सही होगा तो रिटर्न भी जल्द आ जाएगा।