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साइबर सिक्‍युरिटी में बनाएं करियर, कमाएं लाखों रुपये महीने; पढ़िए- कोर्स व जाब्‍स से जुड़ी जानकारियां

साल 2020 के बाद चीजें कई गुना तेजी से आनलाइन हो रही हैं। पहले के मुकाबले अब बहुत से बिजनेस आनलाइन होने लगे हैं। ट्यूशन या कोचिंग सेंटर जो पहले फिजिकल चलते थे वे सब आनलाइन हो गए हैं।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 21 Dec 2021 03:53 PM (IST)Updated: Tue, 21 Dec 2021 04:05 PM (IST)
साइबर सिक्‍युरिटी में बनाएं करियर, कमाएं लाखों रुपये महीने; पढ़िए- कोर्स व जाब्‍स से जुड़ी जानकारियां
साइबर सिक्‍युरिटी में बनाएं करियर, नौकरी की संभावनाएं अपार

नई दिल्‍ली [धीरेंद्र पाठक]। हाल के दिनों में (विशेषकर कोरोना काल में) कामकाज तेजी से डिजिटल होते जाने से लोगों की सहूलियत तो बढ़ी है, पर उतनी ही तेजी से इसका दुरुपयोग भी बढ़ा है। बैंक एकाउंट हैक करके पैसों की हेराफेरी हो या फिर इंटरनेट मीडिया पर फेक आइडी से फ्राड करने का, साइबर हैकर की चालबाजियों से निपटना एक बड़ी चुनौती है। अच्छी बात यह है कि साइबर सिक्युरिटी के जानकार इथिकल हैकिंग के जरिए उनका मुकाबला करते हुए राहत पहुंचा रहे हैं। ऐसे विशेषज्ञों की लगातार बढ़ती जरूरत देखते हुए इसमें रुचि रखने वाले युवाओं के लिए अपार संभावनाएं हैं...

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साल 2020 के बाद चीजें कई गुना तेजी से आनलाइन हो रही हैं। पहले के मुकाबले अब बहुत से बिजनेस आनलाइन होने लगे हैं। ट्यूशन या कोचिंग सेंटर जो पहले फिजिकल चलते थे, वे सब आनलाइन हो गए हैं। कई देशों में तो बहुत से बैंकों ने अपने ब्रांचेज को आनलाइन कर दिया है। इसे देखते हुए साइबर सिक्‍युरिटी के विशेषज्ञों का काम पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। साइबर सिक्‍युरिटी का मतलब है आनलाइन सिक्‍युरिटी। इसके अंतर्गत आज सिर्फ साइबर सिक्‍युरिटी के लोगों की ही डिमांड नहीं बढ़ी है, जो लोग साफ्टवेयर बनाते हैं, कोई एप या वेबसाइट्स बनाते हैं, वहां भी ऐसे कुशल लोगों की जरूरत पड़ रही है।

दरअसल, जब भी कोई एप्लिकेशन या साफ्टवेयर बनता है, तो शुरुआत से ही इस बात का ध्‍यान रखा जाता है कि वह थ्रेटप्रूफ है कि नहीं, ताकि उसे कोई हैक न कर सके। इसलिए साइबर सिक्‍युरिटी में इन दोनों लेवल पर युवाओं के लिए जाब के अच्छे अवसर हैं। फ्रेशर युवा जो बीटेक या एमसीए किये हैं, उनके लिए भी यहां अवसर हैं और जो पहले से ही इस फील्‍ड में हैं, जो पांच साल-दस साल किसी अलग फील्‍ड में काम कर चुके हैं, वे भी कुछ नये कोर्स करके, अपने आपको अपग्रेड करके, री-स्किल करके इस फील्‍ड में आ सकते हैं।

हर तरह की नौकरियां

साइबर सिक्‍युरिटी के क्षेत्र में अलग-अलग भूमिकाओं में बहुत से काम हो रहे हैं। इसलिए इस फील्‍ड में कई सारे रोजगार के मौके भी हैं, जैसे कि:

सिक्‍युरिटी आर्किटेक्‍ट: यहां आर्किटेक्‍ट का रोल उसी तरह से है जैसे रियल एस्‍टेट में है। जिस तरह से जब कोई बिल्डिंग बनती है, तो उसमें आर्किटेक्‍ट यह प्‍लान करते हैं कि कौन से पिलर, बीम या मैटीरियल डाले जाएं, जिससे बिल्डिंग मजबूत हो। उसी तरह जब कोई भी डिजिटल प्रापर्टी बनती है, कोई साफ्टवेयर बनते हैं, तो पहले उसका आर्किटेक्‍चर बनता है। यह आर्किटेक्‍चर सिक्‍युरिटी को ध्‍यान में रखकर बनाया जाता है, ताकि कोई उसे हैक न कर सके, उसमें कोई मालवेयर न आ सके। आइटी कंपनियों में इसके लिए सिक्‍युरिटी आर्किटेक्‍ट होते हैं, जो ये सारी चीजें देखते और करते हैं।

सिक्‍युरिटी कंसल्‍टेंट: साइबर सिक्‍युरिटी के फील्‍ड का यह भी एक डिमांडिंग प्रोफेशन है। ऐसे कंसल्‍टेंट अलग-अलग विषयों पर कंपनियों और साफ्टवेयर टीम को बताते हैं कि कैसे उनको डेवलपमेंट करना चाहिए, ताकि किसी भी तरह के खतरे से बचे रह सकें।

सिक्‍युरिटी टेस्‍टर: छोटी- बड़ी सभी तरह की आइटी कंपनियों में जब भी कोई साफ्टवेयर, एप्लिकेशन आदि बनकर तैयार हो जाता है, तो ये सिक्‍युरिटी टेस्‍टर उसकी टेस्टिंग करके यह देखते हैं कि डेवलपमेंट के समय जैसा प्‍लान किया गया था, उसी अनुसार संबंधित एप्लिकेशन या फीचर काम कर रहा है या नहीं ।

4.सिक्‍युरिटी आडिटर/एडमिनिस्‍ट्रेशन: इस फील्‍ड में यह भी एक ऊंचे ओहदे का हाइली क्‍वालिफाइड पद है। सभी बड़ी कंपनियों में ऐसे प्रोफेशनल्‍स की आजकल काफी जरूरत देखी जा रही है, जो सिक्‍युरिटी सिस्‍टम की आडिट से लेकर उसके एडमिनिस्‍ट्रेशन लेवल तक के काम देखते हैं।

नेटवर्क सिक्‍युरिटी: साइबर सिक्‍युरिटी के सबसे महत्‍वपूर्ण एरिया में से यह एक है। सभी तरह की कंपनियों के आइटी विभाग में इनदिनों नेटवर्क सिक्‍युरिटी से जुड़े प्रोफेशनल्‍स की ही सबसे ज्‍यादा जरूरत देखी जा रही है। दरअसल, हर तरह के सरकारी-निजी आफिसों में आजकल सब कुछ कंप्‍यूटर और इंटरनेट से कनेक्‍ट होता है। इसके लिए अलग से नेटवर्किंग होती है, जिसके लिए लीज लाइन लगी होती है। इस तरह के आफिसों में कामकाज के दौरान कोई बाहरी व्‍यक्ति उनके सिस्‍टम या सर्वर को एक्‍सेस न कर सके, उसमें कोई छेड़छाड़ न कर सके, उसके लिए नेटवर्क सिक्‍युरिटी प्रोफेशनल्‍स की सेवाएं ली जा रही हैं। यही प्रोफेशनल सिस्‍टम की गड़बड़ी दूर करने से लेकर सर्वर और डाटा सिक्‍युरिटी जैसे सारे रूटीन काम कंपनियों में देखते हैं।

क्‍लाउड सिक्‍युरिटी: बहुत से आफिसों में ज्‍यादातर कामकाज इनदिनों क्‍लाउड बेस्‍ड सर्वर पर होने लगे हैं, उसके लिए सिक्‍युरिटी का दायित्‍व इन्हीं प्रोफेशनल्‍स के जिम्‍मे होता है। ऐसे प्रोफेशनल्‍स की आजकल क्‍लाउड प्रदाता कंपनियों से लेकर इस तरह की सेवाएं लेने वाली कंपनियों में भी आवश्‍यकता देखी जा रही है।

भविष्‍य में बढ़ेंगे और अवसर

एक अनुमान के अनुसार, अगले तीन से चार साल में आइटी से जुड़े साफ्टवेयर डेवलपमेंट फील्‍ड में करीब 15 लाख नौकरियां सामने आने की उम्‍मीद की जा रही है। इसका असर साइबर सिक्‍युरिटी जाब्‍स पर भी पड़ने वाला है। भले ही साइबर सिक्‍युरिटी के फील्‍ड में यह संख्‍या थोड़ी कम हो, लेकिन निश्चित रूप से इससे सिक्‍युरिटी प्रोफेशनल्‍स की आवश्‍यकता और बढ़ेगी। दरअसल, बाहर के देशों की कंपनियों में जो साफ्टवेयर्स और प्‍लेटफार्म्‍स पहले से थे उसे ये कंपनियां बदल रही हैं, रिवाइज कर रही हैं। इसके लिए ये कंपनियां इस पर काफी खर्च कर रही हैं और हमारे देश की आउटसोर्सिंग सेवाएं देने वाली आइटी कंपनियों को कांट्रैक्‍ट दे रही हैं। इसकी वजह से इन आइटी कंपनियों को भी बड़ी संख्‍या में ट्रेंड प्रोफेशनल्‍स की आवश्‍यकता पड़ रही है।

जाब्‍स के मौके:

केंद्रीय संचार तथा इलेक्ट्रानिकी व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार, जनवरी से मार्च, 2020 के बीच देश में 1,13,334, अप्रैल से जून के बीच 2,30,223 और जुलाई से अगस्त से बीच 3,53,381 साइबर हमले हुए हैं। इस तरह के साइबर हमले लगातार बढ़ रहे हैं। यही वजह है कि साइबर सिक्‍युरिटी से जुड़े फील्‍ड में आजकल बहुत तरह के काम हो रहे हैं, जैसे कि क्रिप्‍टोग्राफी, डाटा सिक्‍युरिटी, नेटवर्क सिक्‍युरिटी इत्‍यादि। मार्केट में अभी इससे संबंधित रोजगार के मौके भी बहुत हैं। यहां आप नार्मल टेक्निकल स्किल से लेकर हाइली स्किल वाली जाब पा सकते हैं।

खासतौर से आइटी से जुड़ी कंपनियों, नार्मल कंपनियों, ई-कामर्स प्‍लेटफार्म्‍स, टूर ऐंड ट्रैवेल, एजुकेशनल इंस्‍टीट्यूशंस, मीडिया हाउसेज जैसे स्‍थानों पर अभी नेटवर्क सिक्‍युरिटी के प्रोफेशनल्‍स की सबसे अधिक जरूरत महसूस की जा रही है। क्‍योंकि सभी को अपने डाटा सिक्‍युरिटी और नेटवर्क सिक्‍युरिटी के लिए ऐसे कुशल लोग चाहिए। ये प्रोफेशनल दसवीं-बारहवीं के बाद नेटवर्किंग का कोर्स करके इस तरह की कंपनियों में काम करते हैं। वहीं, दूसरे सिक्‍युरिटी आर्किटेक्‍ट, टेस्‍टर या सिक्‍युरिटी कंसल्‍टेंट के रूप में ऐसे प्रोफेशनल्‍स होते हैं, जो हाइली क्‍वालिफाइड होते हैं। बीटेक, एमटेक के बाद कई तरह के सर्टिफिकेशन किये होते हैं। इसलिए यहां आप अपनी स्किल के आधार पर अलग-अलग लेवल के किसी भी प्रोफाइल के अंतर्गत अपना करियर बना सकते हैं।

तकनीक में दिलचस्‍पी जरूरी

साइबर सिक्‍युरिटी एक टेक्निकल फील्‍ड है। इसलिए यह उन युवाओं के लिए ज्‍यादा उपयुक्‍त होगा, जिनकी टेक्नोलाजी के प्रति गहरी दिलचस्पी हो या फिर जो बीटेक (सीएस, आइटी) या बीएससी-फिजिक्‍स जैसे बैकग्राउंड के हैं, वे भी इसमें आगे बढ़ सकते हैं।

उपयोगी कोर्सेज

आजकल साइबर सिक्युरिटी के लिए बहुत सारे सर्टिफिकेशन प्रोग्राम्‍स चल रहे हैं। मिड करियर प्रोफेशनल्‍स और फ्रेशर्स दोनों को इस तरह के कोर्स कराये जा रहे हैं, जहां आप साइबर सिक्‍युरिटी, हैकिंग आदि से संबंधित बेसिक और स्‍पेशलाइजेशन वाले कोर्स कर सकते हैं। पीजी लेवल का स्‍पेशलाइजेशन कोर्स उन प्रोफेशनल्‍स के लिए है, जो साइंस बैकग्राउंड से हैं और पहले से किसी फील्‍ड में काम कर रहे हैं। वहीं, बेसिक लेवल का कोर्स बारहवीं पास किसी भी स्‍ट्रीम के युवा कर सकते हैं।

सैलरी पैकेज

इस फील्‍ड में सैलरी भी बहुत अच्‍छी है। जो युवा पांच-सात साल इस फील्‍ड में जाब कर चुके हैं, या खुद को रीस्किल कर चुके हैं, वे 10 से 12 लाख रुपये सालाना तक का पैकेज पा रहे हैं। फ्रेशर्स को शुरू में 25 से 30 हजार रुपये महीने तक की सैलरी आराम से मिल जाती है, जो अनुभव के साथ आगे बढ़ती जाती है।

(विवेक कुमार सिंह, डायरेक्‍टर, करियरएरा से बातचीत पर आधारित)

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