हिजबुल मुजाहिदीन का खूंखार आतंकी दिल्ली से गिरफ्तार, कश्मीर में की थी SI की हत्या
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के एक खूंखार आतंकी को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली, जेेएनएन। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी अंसार उल हक को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पुलिस टीम ने बेंगलुरु से लौटते वक्त आइजीआइ एयरपोर्ट पर उसे गिरफ्तार किया। जम्मू-कश्मीर पुलिस की सीआइडी यूनिट में काम करने वाले एसआइ की हत्या मामले में उसकी तलाश थी।
आरोपित ने महिला मित्र की मदद से हनीट्रैप में फंसाकर एसआइ के मूवमेट की जानकारी हासिल की थी। बाद में उसने हिजबुल मुजाहिद्दीन के अपने साथियों द्वारा उसकी हत्या करवा दी थी। घटना के बाद वह छुपकर मुंबई में रह रहा था। पुलवामा के टिकन बटपुरा गाव निवासी 28 वर्षीय आंतकी ने अवंतिपुरा की इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस ऐंड टेक्नोलॉजी से अंग्रेजी साहित्य में परास्नातक तक की पढ़ाई कर रखी है।
स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि गत 28 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के छेवाकला इलाके में 30 वर्षीय सब-इंस्पेक्टर इम्तियाज अहमद मीर की हत्या कर दी गई थी। वह जम्मू-कश्मीर पुलिस के 2010 बैच के सब इंस्पेक्टर (एसआइ) थे और वर्तमान में कुलगाम जिले में स्थानीय पुलिस की सीआइडी विंग में उसकी तैनाती थी। उनके पिता भी स्थानीय पुलिस के अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हैं।
वारदात वाले दिन इम्तियाज अपने कार्यालय से कार में सवार होकर घर जा रहे थे। तभी आतंकियों ने अगवा कर गोलियों से उनकी हत्या कर दी थी। एसआइ का शव बरामद होने पर पुलवामा पुलिस स्टेशन में हत्या का मुकदमा दर्ज कर जाच शुरू की गई थी। वारदात के बाद अंसार वहा से भागकर मुबंई चला गया था। पुलिस उपायुक्त के मुताबिक दिल्ली पुलिस को 20 दिन पहले यह सूचना मिली थी कि आरोपित दिल्ली आने वाला है। उसपर नजर रखी जा रही थी कि इसी बीच पता चला कि अंसार मुंबई से बेंगलुरु के रास्ते दिल्ली आने वाला है।
इसका पता चलते ही एसीपी गोविंद शर्मा और इंस्पेक्टर सतीश राणा और रविंद्र जोशी की टीम ने मंगलवार को आइजीआइ एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 से आतंकी को धर दबोचा। उसकी योजना दिल्ली से श्रीनगर भागने की थी। पूछताछ में अंसार उल हक ने बताया कि वह पिछले पाच सालों से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा हुआ था और अपने आकाओं को जम्मू-कश्मीर में कार्यरत पुलिसकर्मियों की सूचनाएं देता था।
हिजबुल के आतंकी जहूर ठोकर ने एसआइ इम्तियाज के संबंध में जानकारी मांगी थी। इसमें आरोपी ने अपनी एक महिला मित्र सईद साइका की मदद ली। अंसार ने उसे एसआइ से दोस्ती कर उसे अपने साथ लेकर पुलवामा आने को कहा था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 28 अक्टूबर को अंसार के कहने पर साइका एसआइ इम्तियाज के पास गई और अपने घर जाने के बहाने वह उसकी कार में सवार हो गई थी।
यह बात उसने चुपके से अंसार को बता दी थी। जिसके बाद आरोपित ने इम्तियाज की कार का पीछा करना शुरू कर दिया था। वहीं, उसकी सूचना के आधार पर आतंकी संगठन के उसके साथियों ने बीच रास्ते में कार रुकवा कर उसे अगवा कर लिया था और बाद में गोली मार उसकी हत्या कर दी थी। इस संबंध में दिल्ली पुलिस आगामी कार्रवाई के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस को सूचना दे दी है।