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दिल्ली में हिस्ट्रीशीटर संदीप उर्फ कालिया साथी समेत गिरफ्तार, 40 मामलों की गुत्थी सुलझी

पुलिस अघिकारी ने बताया कि संदीप उर्फ कालिया ने वर्ष 1998 में पहली बार वारदात को अंजाम दिया था। तब से लेकर अब तक वह 110 वारदात को अंजाम दे चुका है। वह अमन विहार थाने का हिस्ट्रीशीटर है और मकोका में छह सालो तक जेल में रह चुका है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Fri, 16 Apr 2021 06:07 AM (IST)Updated: Fri, 16 Apr 2021 08:13 AM (IST)
दिल्ली में हिस्ट्रीशीटर संदीप उर्फ कालिया साथी समेत गिरफ्तार, 40 मामलों की गुत्थी सुलझी
मंगोलपुरी थाना पुलिस ने वाहन जांच के दौरान पकड़ा

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मंगोलपुरी थाना पुलिस ने झपटमारी व चोरी के एक सौ से अधिक मामले में शामिल मकोका में आरोपित कुख्यात बदमाश अमन विहार के संदीप उर्फ कालिया (41 वर्ष) को उसके साथी मंगोलपुरी के सुरेंद्र सिंह (32 वर्ष) के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी के पांच दुपहिये वाहन, सात मोबाइल फोन, कट्टा, चाकू आदि बरामद किए हैं। इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने झपटमारी व वाहन चोरी के 40 वारदात की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है।

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जानकारी के अनुसार, मंगोलपुरी में झपटमारी, चोरी आदि के मामले पर रोक लगाने के लिए एसीपी वीरेंद्र कादयान की देखरेख में एसएचओ मुकश कुमार के नेतृत्व में कांस्टेबल नीतू, विकास, सुमित व अमित की टीम ने वाहनों की सघन जांच शुरू की। इसी क्रम में 10 अप्रैल की सुबह जब पुलिस मंगोलपुरी के वाई- ब्लाक में मौजूद थी तो सूचना मिली कि दो बदमाश चोरी की बाइक से आने वाले हैं।

ऐसे में पुलिस टीम सर्तक हो गई। कुछ देर के बाद जब दोनों वहां पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रूकने को इशारा किया लेकिन दोनों भागने लगे। ऐसे में पुलिस ने उनका गलियाें में पीछा किया और दोनों का दबोच लिया। उनसे बरामद मोटरसाइकिल बुध विहार से चाेरी की निकली। तलाशी में कट्टा व कारतूस मिले। ऐेसे में दोनों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस अघिकारी ने बताया कि संदीप उर्फ कालिया ने वर्ष 1998 में पहली बार वारदात को अंजाम दिया था। तब से लेकर अब तक वह 110 वारदात को अंजाम दे चुका है। वह अमन विहार थाने का हिस्ट्रीशीटर है और मकोका में छह सालो तक जेल में रह चुका है। जबकि सुरेंद्र हत्या के एक मामले में दोषी करार दिया जा चुका है। वह वर्ष 2018 में जेल से छूटने के बाद वारदात को अंजाम दे रहा था। उस पर चार मामले दर्ज हैं। दोनों कम समय में अधिक पैसे व ऐशो आराम के लिए अपराध करते थे।


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