गाजियाबाद के वाहनों से एनएच-9 पर नहीं लगेगा जाम, दिल्ली आना-जाना होगा आसान
राजनगर एक्सटेंशन से यूपी गेट तक बनी हिंडन एलिवेटेड रोड को एनएच-नौ (पूर्व में एनएच-24) से जोड़ने के लिए गाजीपुर मुर्गा मंडी मोड़ तक 800 मीटर का फ्लाईओवर बनेगा।
गाजियाबाद (जेएनएन)। राजनगर एक्सटेंशन से यूपी गेट तक बनी हिंडन एलिवेटेड रोड को एनएच-नौ (पूर्व में एनएच-24) से जोड़ने के लिए गाजीपुर मुर्गा मंडी मोड़ तक 800 मीटर का फ्लाईओवर बनेगा। उसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
इस संबंध में एनएचएआइ ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) को अवगत कराया है। ग्रेड सेपरेटर को बनाने में करीब 25 करोड़ रुपये की लागत आएगी। अभी यूपी गेट पर एलिवेटेड रोड से उतर कर ट्रैफिक एनएच-नौ के नीचे से होते हुए उसके सहारे बनी रोड से एमसीडी टोल होते हुए गुरजता है। इससे टोल पर जाम की स्थिति बन रहती है। इसे देखते हुए एनएचएआइ ने यूपी गेट पर उतर रही एलिवेटेड रोड की तीन लेन को एनएच-नौ में जोड़ने के लिए तीन प्रस्ताव दिए थे।
ये थे तीन प्रस्ताव
पहले प्रस्ताव में 600 मीटर का घुमावदार लूप बनाकर एनएच-नौ से जोड़ने का प्रस्ताव था। इस प्रस्ताव को बाद में एनएचएआइ ने ही तकनीकी खामी के चलते खुद खारिज कर दिया था। दूसरे प्रस्ताव में एमसीडी टोल को आगे करने का सुझाव था। इसे जीडीए ने खारिज कर दिया था। तीसरे प्रस्ताव में गाजीपुर मुर्गा मंडी मोड़ तक तीन लेन का फ्लाईओवर बनाकर एलिवेटेड रोड को एनएच-नौ से जोड़ने का सुझाव दिया गया था। इस पर जीडीए ने सहमति जता दी थी। इसकी फिजिबिलिटी भी पाई गई थी।
9000 वर्ग मीटर जमीन का हो रहा अधिग्रहण
एनएचएआइ ने अब फ्लाईओवर बनाने के लिए 9000 वर्ग मीटर जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जीडीए को भेजे पत्र में एनएचएआइ ने बताया कि इसके निर्माण के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण की भी कुछ जमीन चाहिए। इसके लिए एनएचएआइ ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
लाखों वाहन चालकों को मिलेगी बड़ी राहत
माना जा रहा है कि एनएच-नौ पर इस नए फ्लाई ओवर से दिल्ली आने-जाने वाले गाजियाबाद के वाहन चालकों को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही गाजियाबाद के इन वाहनों की वजह से एनएच पर दिल्ली की तरफ जाने वाले मार्ग पर लगने वाले जाम से भी छुटकारा मिलेगा। इससे पीछे से आ रहे वाहनों को भी जाम में नहीं फंसना पड़ेगा। ऐसे में इस नए फ्लाई ओवर से एनएच-नौ पर जाम का समस्या कम होगी, जिसका लाभ लाखों वाहन चालकों को मिलेगा।