हिंदी और भूगोल ने छात्रों को किया मायूस, स्टूडेंट्स ने कहा- पेपर मुश्किल थे
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बृहस्पतिवार को देशभर के सभी परीक्षा केंद्रों पर 10वीं की हिंदी और 12वीं की भूगोल की परीक्षा आयोजित की। दोनों ही कक्षाओं के छात्र जब परीक्षा देकर परीक्षा केंद्रों से बाहर निकले तो छात्र थोड़े मायूस दिखे।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बृहस्पतिवार को देशभर के सभी परीक्षा केंद्रों पर 10वीं की हिंदी और 12वीं की भूगोल की परीक्षा आयोजित की। दोनों ही कक्षाओं के छात्र जब परीक्षा देकर परीक्षा केंद्रों से बाहर निकले तो छात्र थोड़े मायूस दिखे। छात्रों के मुताबिक हिंदी (ब) और भूगोल दोनों के पेपर मुश्किल थे।
10वीं की छात्रा निकिता ने बताया कि हिंदी का पेपर कुल 40 अंकों का था। परीक्षा में कुल 55 सवाल पूछे गए थे। जिसमें से केवल 40 के ही जवाब देने थे। निकिता के मुताबिक पेपर बहुत तीन खंड में पूछा गया था। पहला खंड अपठित गद्यांश, दूसरा व्यावहारिक व्याकरण और तीसरा पाठ्य पुस्तक था। इसमें अपठित गद्यांश में जो अनुच्छेद पूछा गया था वो थोड़ा कठिन था। बहुविक्लपीय सवाल अनुच्छेद से मिल नहीं रहे थे।
वहीं, सरकारी स्कूल के 12वीं के एक छात्र ने बताया कि भूगोल की परीक्षा में मैप (मानचित्र) के सवाल पाठ्यक्रम से बाहर के लग रहे थे, इन्हें छोड़ भी नहीं सकते थे क्योंकि ये अनिवार्य प्रश्न थे। वहीं, कुछ छात्रों को भूगोल की परीक्षा थोड़ी आसान भी लगीं। इन छात्रों के मुताबिक प्रश्न पत्र देखने के बाद उत्तर सोचने में समय लग रहा था।
हिंदी की गलत उत्तर कुंजी हो गई अपलोड
10वीं के छात्रों की हिंदी की उत्तरपुस्तिका जांचते समय स्कूलों में जब कई छात्रों के कम अंक दिखे तो स्कूलों में हड़कंप मच गया। शिक्षक परेशान हो गए कि बड़ी संख्या में छात्र कैसे फेल हो रहे हैं। लेकिन पहली उत्तर कुंजी अपलोड होने के आधे घंटे बाद जब सीबीएसई ने अपलोड की तब शिक्षकों को राहत मिली। बोर्ड की तरफ से हुई इस गड़बड़ी को लेकर सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि बृहस्पतिवार को हिंदी (अ) और हिंदी (ब) की परीक्षा आयोजित हुई थी। बोर्ड की तरफ से जब परीक्षा आयोजित होने के बाद उत्तर कुंजी अपलोड करते समय चूक हो गई। दोनों ही परीक्षा के लिए एक ही उत्तर कुंजी अपलोड हो गई थी। लेकिन बाद में उसे संशोधित कर दिया गया था।