डॉक्टरों ने दिया हौसला, कहा- अस्थमा जिंदगी में आगे बढ़ने में रुकावट नहीं
अस्थमा डायलॉगज नाम से प्रोग्राम में डॉक्टरों ने लोगों को अस्थमा बीमारी से जुड़ी गलतफहमियों और इसके इलाज की जानकारी दी।
गुरुग्राम, जेएनएन। शहर के एक होटल में अस्थमा डायलॉग्ज नाम से कार्यक्रम आयोजित किया गया। डब्ल्यू प्रतीक्षा अस्पताल की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में डॉक्टरों ने लोगों को अस्थमा से जुड़ी गलतफहमियों और इसके इलाज की जानकारी देने के लिए मंच साझा किया। कार्यक्रम में अस्थमा के मरीज अर्जुन अवॉर्डी व भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पुरुपल्ली कश्यप और चक दे इंडिया फिल्म की अभिनेत्री शुभि मेहता भी पहुंचीं।
डब्ल्यू प्रतीक्षा अस्पताल के अस्थमा एंड एलर्जी सेंटर के हेड डॉ. हिमांशु गर्ग ने कहा, जब भी अस्थमा की बात होती है, तो लोगों में इससे जुड़ी कई तरह की भ्रांतियां देखने व सुनने को मिलती हैं और उनमें मौजूदा इलाज के बारे में जानकारी की भी कमी होती हैं।
देश में जिस तरह से अस्थमा की समस्या में बढ़ोतरी हो रही है, उसे देखते हुए लोग मेडिकल सलाह लेने में हिचक महसूस करते हैं। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए ऐसे अभियानों की बहुत जरूरत है। कार्यक्रम में लोगों की मानसिकता को बदलने व इसके इलाज को बताने के साथ विशेषज्ञों व मेहमानों ने इस बात पर खास ध्यान दिया कि अस्थमा रोगियों को यह कतई नहीं सोचना चाहिए कि अस्थमा उनकी जिंदगी में रुकावट बन गया है।
डॉ. प्रतिभा डोगरा ने कहा, भारत में लोग अस्थमा की बीमारी को छिपाते हैं। इसका इलाज तो दूर की बात है, लोग इस बात से भी डरते हैं कि कहीं डॉक्टर अस्थमा की समस्या न बता दें। अगर अस्थमा होने का पता चल भी जाता है तो वह इसे छिपाकर रखते हैं जिस कारण बीमारी बढ़ जाती है।
पुरुपल्ली कश्यप, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने कहा अस्थमा को ठीक नहीं किया जा सकता लेकिन इसका बेहतर तरीके से प्रबंध कर मरीज के जीवन में अस्थमा को बाधा बनने से रोका जा सकता है। अगर अस्थमा मेरी जिंदगी को नहीं रोक सका तो फिर आप क्यों रुके हुए हैं।