सैनिकों की सलामती के लिए कालकाजी मंदिर में किया गया हवन-यज्ञ
महंत ने कहा कि चंडी पाठ और हवन-यज्ञ की महिमा का वेदों में भी वर्णन है। इससे दुश्मन पर विजय हासिल करने की इच्छाशक्ति प्राप्त होती है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। कालकाजी मंदिर में 108 वैदिक पंडितों की ओर से सीमा पर देश की सुरक्षा में तैनात सैनिकों की सलामती के लिए शतचंडी पाठ और हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। मंदिर के महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत के नेतृत्व में कालका मंदिर के आचार्यों ने यह यज्ञ किया।
महंत ने कहा कि चंडी पाठ और हवन-यज्ञ की महिमा का वेदों में भी वर्णन है। इससे दुश्मन पर विजय हासिल करने की इच्छाशक्ति प्राप्त होती है। इसीलिए हम सीमा पर दुश्मनों से लड़ रहे सैनिकों की सलामती और उनकी विजय के लिए यह यज्ञ करा रहे हैं। महंत ने कहा हमारे सैनिक दिन-रात बाहरी ताकतों के हमलों से हमारी रक्षा करते हैं।
यज्ञ के बाद लोगों को प्रसाद वितरित किया गया। महंत ने कहा कि यज्ञ के लिए जुटाई गई राशि का उपयोग स्वच्छ भारत मिशन के तहत राजस्थान के चित्तौड़गढ़ स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, रायता में शौचालय बनाने के लिए किया जाएगा।
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