हरियाणा में चार दिन में रिश्वत का तीसरा मामला, अब 10 हजार रुपये लेते पटवारी गिरफ्तार
चार दिन में हरियाणा विजिलेंस तीन भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर चुकी है। विजिलेंस ने अब मानेसर के एक पटवारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
गुरुग्राम, जेएनएन। हरियाणा में रिश्वतखोरों के खिलाफ विजिलेंस विभाग का अभियान जारी है। पिछले चार दिनों में हरियाणा विजिलेंस टीम तीन भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर चुकी है। विजिलेंस टीम ने अब मानेसर के एक पटवारी को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
पटवारी का नाम बाबू लाल है। बताया जा रहा है कि मानेसर में तैनात ये पटवारी मुमताजपुर के रहने वाले रमेश से उसका सरकारी काम करने के लिए रिश्वत मांग रहा था। सूचना पाकर विजिलेंस टीम ने रमेश को 10 हजार रुपये देकर आरोपी पटवारी के पास भेजा। पटवारी ने जैसे ही रमेश से रिश्वत की रकम ली, विजिलेंस की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
तीन दिन पहले गिरफ्तार हुआ था भोंडसी जेल वार्डन व एएसआइ
दो अलग-अलग मामलों में विजिलेंस की टीम ने 9 अक्टूबर को हरियाणा पुलिस के एक एएसआई व भोंडसी जेल के हेड वार्डन को गिरफ्तार किया था। इन्हें भी 10 -10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। भोंडसी जेल में बंद एक बंदी कृष्ण कुमार से मुलाकात कराने के नाम पर उसके परिजनों से मुलाकात इंचार्ज के रूप में तैनात हेड वार्डन राजेश कुमार ने 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
बंदी कृष्ण कुमार के परिजनों ने विजिलेंस के आईजी सुभाष यादव को शिकायत दी थी कि भोंडसी जेल में वार्डन राजेश कुमार मुलाकात कराने के नाम पर 10 हजार रुपये मांग रहा है। 10 हजार रुपये न देने पर बंदी कृष्ण कुमार को भोंडसी जेल से हिसार जेल में भिजवाने की धमकी दे रहा है। इस पर विजिलेंस विभाग ने जाल बिछाकर वार्डन को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया था।
एक अन्य मामले में उद्योग विहार थाने के एएसआई जितेंद्र को भी विजिलेंस ने चेक बाउंस के मामले में आरोपित व्यक्ति को कोर्ट से पीओ कराने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता विनीत निवासी अशोक विहार ने इसकी शिकायत विजिलेंस कार्यालय में की थी। इस टीम ने लाल पाउडर लगे हुए 10 हजार रुपये उद्योग विहार थाना के जितेंद्र को देने के लिए भेजा। थाना परिसर में पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार जितेंद्र ने विनीत से दस हजार रुपये की राशि ले ली। जैसे ही जितेंद्र कुमार ने राशि ली विजिलेंस की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया था।