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अहीरवाल की धरती से सबसे पहले अंग्रेजी हुकूमत को पीछे हटना पड़ा था: दुष्यंत चौटाला

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 75 वर्ष पहले हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने इस देश को एक स्वतंत्र देश बनाने का काम किया। इस लंबे सफर में भारत ने बड़े बदलाव देखे हैं। हरियाणा वो पावन धरा है जिसने देश की आजादी में अहम बलिदान दिया था।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 15 Aug 2021 04:37 PM (IST)Updated: Sun, 15 Aug 2021 04:37 PM (IST)
अहीरवाल की धरती से सबसे पहले अंग्रेजी हुकूमत को पीछे हटना पड़ा था: दुष्यंत चौटाला
हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला। फोटो- जागरण

नारनौल, जागरण संवाददाता। हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार ने हरियाणा के युवाओं को सरकारी सेवाओं में ठेका प्रथा से आजादी दिलाने का काम किया है। सरकार नेे आउटसोर्सिंग से जुड़ी सेवाओं में ठेका प्रथा बंद करने के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम बनाने का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार कर्मचारियों की सब समस्याओं के निपटान के लिए मानव संसाधन विभाग बनाने की स्वीकृति दी गई है। इसके अलावा प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए निजी क्षेत्र के उद्यमों में 75 फीसदी आरक्षण देकर उनके लिए अवसर के नए द्वार खोले हैं।

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वहीं युवाओं को बार-बार आवेदन न करना पड़े इसके लिए एकल पंजीकरण की व्यवस्था की है। हरियाणा देश का पहला राज्य है जो पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को पुरस्कार स्वरूप सर्वाधिक नकद राशि देता है। महिलाओं के उत्तम स्वास्थ्य के लिए 'मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को फोर्टिफाइड मीठा सुगंधित दूध दिया जा रहा है। हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां पढ़ी-लिखी पंचायतें हैं। जिला परिषद के अध्यक्ष को डीआरडीए का चेयरमैन भी बनाया गया है।

दुष्यंत चौटाला रविवार को यहां आईटीआइ मैदान में 75 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्यातिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा परेड का निरीक्षण किया व मार्च पास्ट की सलामी ली। समारोह में विभिन्न स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 75 वर्ष पहले हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने इस देश को एक स्वतंत्र देश बनाने का काम किया। इस  लंबे सफर में भारत ने बड़े बदलाव देखे हैं। हरियाणा वो पावन धरा है जिसने देश की आजादी में अहम बलिदान दिया था। अगर इतिहास उठाकर देखें तो अहीरवाल की धरती से सबसे पहले अंग्रेजी हूकुमत को पीछे हटना पड़ा था। मेरठ की छावनी से भी पहले राव तुलाराम की सेना ने अंग्रेजी हुकूमत को पीछे हटाने का काम किया था।

आंदोलन की पहली चिंगारी हरियाणा के अंबाला से उठी थी, जिसने पूरे देश के अंदर एक जोश भरने का काम किया था। उसीफलस्वरूप देश के बच्चोंं से लेकर युवा, बुजुर्ग व महिलाएं अंग्रेजी हुकूमत के सामने आकर खड़े हो गए थे। उन्होंने देश की आजादी के लिए प्राणों को न्योछावर करने वाले सभी ज्ञात व अज्ञात शहीदों को नमन करते हुए कहा कि आज का दिन बहादुरों को नमन करने का भी है, जिन्होंने आजादी के बाद देश की एकता व अखंडता और सीमाओं की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है। आजादी की लड़ाई में महेंद्रगढ़ जिला के गांव नसीबपुर की धरती का इतिहास भी समृद्घ रहा है। नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की 'आजाद हिन्द फौज में सबसे ज्यादा सैनिक हरियाणा से थे।

आज भी भारतीय सेनाओं में औसतन हर दसवां जवान इसी प्रदेश से है। डिप्टी सीएम ने कहा कि हमारे लिए किसान हित सर्वोपरि है। हरियाणा देश का पहला राज्य है, जहां सर्वाधिक 11 फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जाती है। फसल का भुगतान भी 72 घंटे के भीतर किसान के खाते में किया जाता है और इससे देरी होने पर नौ प्रतिशत ब्याज भी दिया जाता है। उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले डॉक्टर्स, नर्सिज व अन्य चिकित्सा स्टॉफ, समाजसेवक, पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता सहित सभी कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि  नेतृत्व में आज देश में क्रांतिकारी बदलाव होते दिखाई दे रहे हैं।


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