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डीएसजीएमसी के अध्यक्ष बने हरमीत सिंह कालका, पढ़िए कितने वोट से मिली जीत

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष व कार्यकारिणी चुनाव की प्रक्रिया देर रात तक चली। शनिवार देर रात करीब 1115 बजे पुलिस की मौजूदगी में दोबारा मतदान शुरू हुआ और शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) के प्रदेश अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका डीएसजीएमसी के अध्यक्ष चुन लिए गए।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Sun, 23 Jan 2022 11:42 AM (IST)Updated: Sun, 23 Jan 2022 11:42 AM (IST)
डीएसजीएमसी के अध्यक्ष बने हरमीत सिंह कालका, पढ़िए कितने वोट से मिली जीत
डीएसजीएमसी का अध्यक्ष पद हरमीत सिंह कालका को मिल गया है।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष व कार्यकारिणी चुनाव की प्रक्रिया देर रात तक चली। शनिवार देर रात करीब 11:15 बजे पुलिस की मौजूदगी में दोबारा मतदान शुरू हुआ और शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) के प्रदेश अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका डीएसजीएमसी के अध्यक्ष चुन लिए गए। हालांकि चुनाव प्रक्रिया के दौरान शनिवार को बुलाई गई बैठक में भारी हंगामा हुआ।

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इससे लगभग 10 घंटे तक मतदान रुका रहा। फिलहाल, डीएसजीएमसी का अध्यक्ष पद हरमीत सिंह कालका को मिल गया है। चुनाव के दौरान शिरोमणि अकाली दल (सरना) दिल्ली के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना और उनके समर्थक सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें जबरन मतदान केंद्र से बाहर कर दिया था।

दरअसल, चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए शिअद (बादल) ने प्रदेश अध्यक्ष व डीएसजीएमसी के निवर्तमान महामंत्री हरमीत सिंह कालका को उम्मीदवार बनाया था। वहीं, शिरोमणि अकाली दल (सरना) दिल्ली के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना को विपक्षी पार्टियों ने संयुक्त उम्मीदवार बनाया था। बैठक में निर्वाचित व नामित 51 सदस्य शामिल हुए, लेकिन अध्यक्ष पद के लिए तीन मत पड़ने के बाद हंगामा शुरू हो गया।


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