दिल्ली के स्कूलों में पढ़ाया जाएगा देशभक्ति का पाठ्यक्रम, जानिए सरकार की पूरी तैयारी और खास बातें
सरकार के मुताबिक इसके जरिये विद्यार्थियों के युवा दिमाग में एकता और भाईचारे देश के लिए प्यार सम्मान और मानवीय मूल्यों के प्रति सम्मान का भाव जगाया जाएगा और उन्हें सच्चा नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। देशभक्ति बजट के जरिये दिल्ली सरकार ने छात्रों को कट्टर देशभक्त बनाने की योजना भी प्रस्तुत की है। विधानसभा में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों में अब देशभक्ति पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। पाठ्यक्रम के जरिये बच्चों की देशभक्ति की भावना को और बेहतर तरीके से निखारने की दिशा में काम किया जाएगा। इस पाठ्यक्रम का मकसद छात्रों को समाज को बेहतर तरीके से समझने व खुद को उसके प्रति समर्पित करने का होगा। छात्रों को इस तरह शिक्षित किया जाएगा कि उनमें देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी होगी।
पाठ्यक्रम में सुधार की दिशा में भी कदम
शिक्षा के क्षेत्र में अब तक ढांचागत सुधार पर काम कर रही दिल्ली सरकार ने अब पाठ्यक्रम में सुधार की दिशा में भी कदम आगे बढ़ाया है। इस हिसाब से अब बच्चे केवल किताबी ज्ञान तक ही खुद को सीमित नहीं रखेंगे, उनके पाठ्यक्रम में उन पहलुओं को भी जोड़ा जाएगा, जिससे वे एक सच्चे देशभक्त बनें और जरूरत पड़ने पर देश के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने से पीछे न हटें।
सरकार ने रखा 20 करोड़ रुपये का बजट
सरकार के मुताबिक, इसके जरिये विद्यार्थियों के युवा दिमाग में एकता और भाईचारे, देश के लिए प्यार, सम्मान और मानवीय मूल्यों के प्रति सम्मान का भाव जगाया जाएगा और उन्हें सच्चा नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसमें छात्रों के लिए शहीद भगत सिंह और बाबा भीमराव अंबेडकर के प्रेरक जीवन पर और उनके संघर्षपूर्ण कार्यों पर कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। सरकार ने इसके लिए 20 करोड़ रुपये का बजट रखा है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले भी कई बार शिक्षा में देशभक्ति को शामिल करने की अपनी मंशा जाहिर की थी। अब सरकार उसी दिशा में आगे बढ़ रही है। सरकार ने शिक्षा को एक जन आंदोलन बनाने के लिए इस साल से यूथ फार एजुकेशन नाम से मेंटरशिप वालंटियर कार्यक्रम भी प्रस्तावित किया है।
- - देशभक्ति पाठ्यक्र हैप्पीनेस करिकुलम की तरह गतिविधियों पर आधारित होगा
- - रोजाना देशभक्ति पाठ्यक्रम की एक कक्षा होगी
- - पाठ्यक्रम को बनाने के लिए शिक्षकों की एक टीम बनी है
- - बच्चों को सच्चा नागरिक बनने के लिए प्रेरित किया जाएगा
- - पाठ्यक्रम के जरिये सरकार डालेगी देशभक्ति की नींव
दिल्ली में खुलेगा पहला सैनिक स्कूल
देश में 39 सैनिक स्कूल हैं, लेकिन दिल्ली में एक भी सैनिक स्कूल नहीं है, इसलिए बजट में दिल्ली में एक सैनिक स्कूल और दिल्ली सशस्त्र बल प्राथमिक अकादमी शुरू करने का प्रस्ताव किया गया है। इसमें छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ एनडीए (नेशनल डिफेंस एकेडमी) और सेना में भर्ती के लिए कोचिंग भी कराई जाएगी।