सर्दी की सुगबुगाहट के साथ ही बिगड़ी साइबर सिटी की हवा, छाए प्रदूषण के काले बादल
सर्दी के मौसम की शुरुआत होते ही वायु प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ने लगा है। सोमवार को सामान्य से कई गुणा ज्यादा वायु प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया।
गुरुग्राम, जेएनएन। वर्ष 2016 व 2017 में गुरुग्राम देश का सबसे अधिक वायु प्रदूषित शहर घोषित हो चुका है। इस वर्ष भी सर्दी के मौसम की शुरुआत होते ही वायु प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ने लगा है। सोमवार को सामान्य से कई गुणा ज्यादा वायु प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया। सोमवार सुबह 6 बजे 361 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर वायु प्रदूषण दर्ज किया गया।
सर्दी में बढ़ेगा प्रदूषण
वैसे गुरुग्राम में शायद ही ऐसा कोई दिन रहा हो, जिसमें 200 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से कम वायु प्रदूषण दर्ज किया गया। जबकि 50 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ज्यादा वायु प्रदूषण लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। गुरुग्राम में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि अब सर्दी में ज्यादा वायु प्रदूषण का स्तर रहेगा।
ऐसे रहे हालात
-सुबह 6 बजे 361 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर वायु प्रदूषण
-सुबह 7 बजे 350 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर वायु प्रदूषण
-सुबह 8 बजे 329 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर वायु प्रदूषण
-सुबह 9 बजे 348 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर वायु प्रदूषण
-सुबह 10 बजे 339 पीएम 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर वायु प्रदूषण
प्रदूषण का स्तर इस तरह प्रभावित करता है
0-50 - अच्छी- सांस लेने में कोई तकलीफ नहीं, हवा में ऑक्सीजन की ज्यादा मात्रा
51-100 - सामान्य- हल्का प्रदूषण, स्वास्थ्य पर ज्यादा दुष्प्रभाव नहीं
101-150 - संवेदनशील- (बच्चों, दिल व अस्थमा के रोगियों के लिए खतरनाक, तनावपूर्ण)
151-200 - अस्वस्थ - (स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव)
201-300 अति संवदेनशील- (बच्चों, बुजुर्ग, अस्थमा, दिल के मरीजों की बाहर निकलने पर भी पाबंदी)
301-500 - खतरनाक - (सांस लेने में परेशानी, गंभीर बीमारियों का खतरा)
किए जा रहे हैं पुख्ता काम
सर्दी में ज्यादा वायु प्रदूषण रहने का खतरा है। हमने सभी संबंधित विभागों को पत्र लिखा है। शहर में ट्रैफिक जाम न हो और सड़कों पर साफ-सफाई करने के साथ कूड़ा न जलाया जाए, इसके लिए काम किया जाएगा। जिले में धान की पराली न जलाई जाए, इसके लिए प्रबंध किए गए हैं। -डा. जयभगवान शर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी गुरुग्राम, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड