गुरु तेग बहादुर जी के चार सौवें प्रकाश पर्व पर होगा दो दिवसीय कार्यक्रम, पीएम मोदी और शाह करेंगे शिरकत
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा डीएसजीएमसी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका को पत्र लिखकर इस कार्यक्रम की जानकारी दी गई है। बताया गया है कि केंद्र सरकार गुरु तेग बहादुर जी का चार सौवां प्रकाश पर्व मना रहा है।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। गुरु तेग बहादुर जी के चार सौवें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार द्वारा लाल किले पर दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 20 और 21 अप्रैल को होने वाले इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) ने केंद्र सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए इसमें पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। इस कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए डीएसजीएमसी ने 16 और 17 अप्रैल को लाल किले पर आयोजित होने वाले दिल्ली फतेह कार्यक्रम को स्थगित करने का फैसला किया है।
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा डीएसजीएमसी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका को पत्र लिखकर इस कार्यक्रम की जानकारी दी गई है। बताया गया है कि केंद्र सरकार गुरु तेग बहादुर जी का चार सौवां प्रकाश पर्व मना रहा है। इसका समापन समारोह लाल किले पर आयोजित होगा। 20 अप्रैल को गृहमंत्री अमित शाह इसका उद्घाटन करेंगे। उस दिन लाइट एंड साउंड शो के साथ ही बच्चे शब्द कीर्तन करेंगे। अगले दिन प्रधानमंत्री कार्यक्रम में शामिल होकर गुरु तेग बहादुर जी की स्मृति में सिक्के और डाक टिकट जारी करेंगे। चार सौ रागी सिंह एक साथ कीर्तन करेंगे।
कालका ने कहा कि केंद्र सरकार के इस आयोजन पूरे विश्व में सकारात्मक संदेश जाएगा। गुरु जी के जीवन और उनके बलिदान के बारे में सभी लोग जान सकेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली फतेह दिवस समारोह भी लाल किले पर आयोजित किया जाना था। दोनों के आयोजन की तिथि आसपास है। इसे ध्यान में रखकर फतेह दिवस को स्थगित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के लिए शब्त कीर्तन की तैयारी कर रहे चार सौ बच्चे अब केंद्र सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे।
एसजीपीसी के विरोध में अकाल तख्त से होगी शिकायत
कालका ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने गुरुओं के शस्त्र और उनकी अन्य निशानी को दिल्ली के श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए भेजने से मना कर दिया है। डीएसजीएमसी ने इसके लिए एसजीपीसी से निवेदन किया था, जिसे नकार दिया गया है। उन्होंने कहा कि दो वर्ष पहले भी दिल्ली की संगत को दर्शन के लिए गुरुओं की निशानी रखी गई थी। लाल किले पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। इन्हें इनके दर्शन से वंचित किया जा रहा है। यह मामला श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के संज्ञान में लाया जाएगा।