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Online Wine Delivery: दिल्ली में शराब के शौकीनों के लिए अच्छी खबर, मुबंई की तर्ज पर होम डिलीवरी की मांग

Online Wine Delivery सरकार को आबकारी कर से एक साल में 5 हजार करोड़ के करीब राजस्व मिलता है। शराब की दुकानें बंद होने से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। दूसरी ओर उन लोगाें को भी भारी परेशानी हो रही है जो लोग शराब के शौकीन हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 05:31 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 06:34 PM (IST)
Online Wine Delivery: दिल्ली में शराब के शौकीनों के लिए अच्छी खबर, मुबंई की तर्ज पर होम डिलीवरी की मांग
आबकारी कर ही सरकार की आय बढ़ाने का मुख्य स्रोत है।

नई दिल्ली [वी के शुक्ला]। Online Wine Delivery: दिल्ली में मंगलवार से छह दिन के लिए लगाए गए लाॅकडाउन ने दिल्ली के उन लोगों का तनाव बढ़ा दिया है, जिनके नियमित खानपान का मदिरा हिस्सा है। लाॅकडाउन से एक दिन पहले सोमवार को ऐसे लोगों की बेचैनी दिल्ली में देखी गई। जब जाम की चिंता में लोगों ने जिंदगी की चिंता भी छोड़ दी। एक दो दिनों के लिए लोगों ने मदिरा का इंतजाम कर भी लिया है मगर लाकडाउन आगे बढ़ता है तो इन लोगों का क्या होगा। इसे देखते हुए दिल्ली में मुंबई की तर्ज पर शराब की होम डिलीवरी की मांग उठने लगी है। शराब के कारोबार से जुड़े लोगों ने इस बारे में सरकार को अवगत कराया है। सूत्रों का कहना है कि सरकार इसे लेकर गंभीर है। काेरोना के हालात काबू आने पर इस प्रस्ताव पर काम किया जाएगा।

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शराब आय बढ़ाने का मुख्य स्रोत

यहां बता दें कि व्यापार एवं कर के बाद आबकारी कर ही सरकार की आय बढ़ाने का मुख्य स्रोत है। सरकार को आबकारी कर से एक साल में 5 हजार करोड़ के करीब राजस्व मिलता है। शराब की दुकानें बंद होने से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है।

पड़ोसी राज्यों में सस्ती है शराब

दूसरी ओर उन लोगाें को भी भारी परेशानी हो रही है जो लोग शराब के शौकीन हैं। दिल्ली के पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा में शराब की बिक्री हो रही है। दिल्ली से सस्ती भी है। ऐसे में बड़े स्तर पर सामान्य दिनों में भी दिल्ली में बड़े स्तर पर दिल्ली में शराब की तस्करी होती है। दिल्ली में शराब की बिक्री बंद हो जाने से दिल्ली में इसकी तस्करी और बढ़ने की आशंका है। पिछले साल लगाए गए लाॅकडाउन में दूसरे राज्यों की अवैध शराब तो पकड़ी ही गई थी, इसके अलावा कई बड़े बार व क्लब ने भी शराब को चोरी छिपे बेच दिया था। ऐसे क्लबों के पकड़े जाने पर कुल दो करोड़ से अधिक का जुर्माना आबकारी विभाग ने वसूला है। इसमें एक प्रतिष्ठित क्लब से 45 लाख का जुर्माना वसूला गया है।

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इन हालातों में कोरोना काल में शराब की होम डिलीवरी या आनलाइन डिलीवरी को बेहतर माना जा रहा है। कोराना काल में मुंबई में यह सुविधा वहां की सरकार ने शुरू की है। जिसमें सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक हाेम डिलीवरी की सुविधा है। जिसमें अतिरिक्त शुल्क लेकर शराब की होम डिलीवरी की जाती है।

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लाॅकडाउन पर दिखी थी जनता में बेताबी

कनफेडरेशन ऑफ इंडियन एल्कोहलिक बेवरेज कंपनीज ( सीआइएबीसी ) के महानिदेशक विनोद गिरी ने कहा कि दिल्ली में लाॅकडाउन लगाने पर शराब को लेकर जनता की प्रतिक्रिया देखी है। यह पिछले वर्ष लगाए गए लाॅकडाउन की याद से प्रभावित थी। उन्होंने कहा कि लाखों ऐसे लोग हैं जो नियमित शराब का सेवन करते हैं। यह उनके दिनचर्या में शामिल खानपान का हिस्सा है। इससे वह वंचित नहीं रहना चाहते हैं। हम यह आशा करते हैं कि दिल्ली के दुकानदार कोरोना से बचने के लिए समुचित कदम उठाएंगे। इसमें जनता भी सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली सरकार से यह निवेदन करते हैं कि शराब के मामले में महाराष्ट्र सरकार के कदमों को अमल में लाने का निर्णय करे। महाराष्ट्र सरकार ने शराब की होम डिलीवरी की इजाजत दी है। इससे वहां पर शराब को लेकर शंका की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इस बारे में हम जल्द ही सरकार से बात करेंगे। हमें उम्मीद है कि दिल्ली सरकार भी इस तरह का कदम उठाएगी।

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