क्लास 9 और 11वीं के हजारों छात्रों के लिए अच्छी खबर, फेल होने वालों को मिलेगा एक और मौका
कक्षा 9 और 11 वीं के फेल छात्रों के लिए अच्छी खबर है। शिक्षा निदेशालय ने फेल छात्रों को अपना परिणाम सुधारने के लिए एक और मौका दिया है। इसके लिए स्कूलों को निर्देश हो चुके हैं।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा नौवीं व 11वीं में फेल छात्रों को अपना परिणाम सुधारने का एक और मौका दिया है। निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पहले कक्षा नौवीं व 11वीं में फेल हुए छात्रों की दोबारा परीक्षाएं कराने का निर्णय लिया गया था। लेकिन, मौजूदा समय में देशभर में बढ़ते कोरोना के मामलों के बाद दोबारा परीक्षाएं कराना अभी संभव नहीं है। ऐसे में इन छात्रों को उसी विषय के असाइनमेंट व प्रोजेक्ट कार्य दिए जाएंगे जिस विषय में वह फेल थे।
प्रोजेक्ट और असाइनमेंट से होगा पुर्नमूल्याकंन
इन्हीं प्रोजेक्ट व असाइनमेंट के जरिए उनका पुर्नमूल्यांकन किया जाएगा। अगर वो इसमें उत्तीर्ण होते है तो उन्हें अगली कक्षा में पदोन्नत किया जाएगा।
निदेशालय ने जारी किया निर्देश
निदेशालय ने संबंधित स्कूल के विषय शिक्षक को विद्यालय के प्रधानाचार्य की निगरानी में फेल छात्रों को अॉनलाइन माध्यमों के जरिए दोबारा प्रोजेक्ट व असाइनमेंट के अलग-अलग सेट सात अगस्त तक भेजने को कहा है। जो कि अधिकतम 40 अंकों के होंगे। निदेशालय ने इसके लिए संबंधित विषयों के शिक्षकों को अनुत्तीर्ण छात्रों से संपर्क कर उन्हें असाइनमेंट और प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देने को कहा है।
18 अगस्त तक जमा करना होगा प्रोजेक्ट
छात्रों को यह प्रोजेक्ट पूरा करने के बाद संबंधित विषय के शिक्षक को हॉर्ड कॉपी या वाट्सएप व ईमेल के माध्यम से 18 अगस्त तक भेजने होेंगे, जो छात्र अभी दिल्ली से बाहर हैं उन्हें अॉनलाइन माध्यम से प्रोजेक्ट व असाइनमेंट की साफ्ट कॉपी भेजनी होगी। वहीं, जिन छात्रों के पास मोबाइल या लैपटॉप नहीं होगा उन छात्रों के अभिभावकों को स्कूल बुलाकर प्रधानाचार्य की निगरानी में शिक्षक को हार्ड कॉपी में असाइनमेंट व प्रोजेक्ट देना होगा।
लेट होने पर माना जाएगा अयोग्य
निदेशालय के मुताबिक जो छात्र 18 अगस्त के बाद प्रोजेक्ट जमा करेगा उसे अगली कक्षा में पदोन्नत होने के लिए अयोग्य माना जाएगा। इन सभी छात्रों का अॉनलाइन परिणाम 28 अगस्त को घोषित कर दिया जाएगा। निदेशालय ने सरकारी, सहायता प्राप्त, एनडीएमसी के साथ उन निजी स्कूलों को भी इस प्रक्रिया के तहत पुनर्मूल्यांकन के निर्देश दिए जिन्होंने फेल छात्रों की अब तक सीबीएसई के देिशा- निर्देश के तहत दोबारा परीक्षाएं नहीं आयोजित की थी।
कक्षा तीन से नौ और 11वीं का जारी हो चुका है रिजल्ट
गौरतलब है कि, कक्षा तीन से नौ व 11 के छात्रों का सत्र 2019-20 का परिणाम निदेशालय पहले ही जारी कर चुका है। जिसमे कक्षा आठवीं तक के सभी छात्रों को नो डिटेंशन पॉलिसी के तहत पहले ही अगली कक्षा में पदोन्नत किया जा चुका है। हालांकि कक्षा नौवीं व 11वीं के कुछ छात्र जिन्होंने एक या अधिक विषयों में न्यूनतम अंक भी प्राप्त नहीं किए थे उनको अगली कक्षा में पदोन्नत नहीं किया गया था।