दिल्ली के लोगों को बड़ी सुविधा, गाड़ी के फिटनेस प्रमाणपत्र के लिए लाइन में लगने का झंझट होगा खत्म, फोन पर मिलेगी सुविधा
बुराड़ी में आरटीवी मिनी बसें टैक्सी ग्रामीण सेवा समेत दूसरी गाडि़यों की फिटनेस होती है। अभी जो प्रक्रिया है उसमें लोग गाड़ी लेकर आते हैं और उनको काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है। गाड़ी पास होने के बाद भी फिटनेस प्रमाणपत्र के लिए रुकना होता है।
नई दिल्ली [वी के शुक्ला]। बुराड़ी अथारिटी (परिवहन कार्यालय) में व्यावसायिक और यात्री गाड़ियों (सार्वजनिक सेवा वाहन ) की फिटनेस प्रक्रिया को आसान बनाया जा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि अब फोन पर ही आवेदक को गाड़ी का फिटनेस प्रमाणपत्र (सर्टिफिकेट) मिल जाएगा और गाड़ी की फिटनेस करवाने के लिए घंटों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। आनलाइन आवेदन के जरिए समय लिया जाएगा और जो समय मिलेगा, उस दौरान अपनी गाड़ी को बुराड़ी अथारिटी लेकर जाना होगा। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि दिल्ली सरकार की कोशिश है कि परिवहन क्षेत्रीय कार्यालय के कामकाज को ज्यादा से ज्यादा आनलाइन सिस्टम के दायरे में लाया जाए। इससे लोगों को परिवहन की किसी भी सेवा के लिए लाइनों में ना लगना पड़े।
इन वाहनों की होती है फिटनेस
बुराड़ी में आरटीवी, मिनी बसें, टैक्सी, ग्रामीण सेवा समेत दूसरी गाडि़यों की फिटनेस होती है। अभी जो प्रक्रिया है उसमें लोग गाड़ी लेकर आते हैं और उनको काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है। गाड़ी पास होने के बाद भी फिटनेस प्रमाणपत्र के लिए रुकना होता है। लेकिन, अब इस प्रक्रिया को बदला जा रहा है। सबसे पहले तो आनलाइन आवेदन के जरिए टाइम लेना होगा। जो समय मिलेगा, उस दौरान जाना होगा और गाड़ी की फिटनेस करवाई जा सकती है। गाड़ी की फिटनेस होने के बाद आवेदक को वहां रुकने की जरूरत नहीं होगी। आगे चल कर इस प्रक्रिया में आटो को भी लाया जाएगा। इसके लिए भी तैयारी चल रही है।
आवेदक को फोन पर ही पीडीएफ फाइल में फिटनेस प्रमाणपत्र भेज दिया जाएगा
आवेदक को फोन पर ही पीडीएफ में फिटनेस प्रमाणपत्र भेज दिया जाएगा। यह डिजिटल प्रमाणपत्र होगा,जिसमें निरीक्षक के डिजिटल साइन होंगे। यानी फिटनेस प्रमाणपत्र को हासिल करने में कोई परेशानी नहीं होगी। बुराड़ी में वाहन निरीक्षक यूनिट (वीआईयू) में आटोमेटेड टेस्ट लेन फिर से बनाई जाएगी। गहलोत ने पिछले दिनों बुराड़ी अथारिटी में निरीक्षण के बाद आदेश दिया था कि गाडि़यों की फिटनेस केवल आटोमेटेड मोड में ही होनी चाहिए और वीआईयू में कम से कम 8 आटोमेटेड टेस्ट लेन होनी चाहिए।