Rakesh Tikait News: राकेश टिकैत से छात्रा ने पूछा- कहीं लाल किले वाली घटना के पीछे आप तो नहीं, जानिए क्या मिला जवाब
Farmers Protest छात्रा ने कहा कि लाल किला की घटना के पीछे आप हो या नहीं यह मुझे नहीं पता इतना कहते ही प्रदर्शनकारियों ने छात्रा का माइक बंद कर दिया। इसके बाद राकेश टिकैत सहित अन्य प्रदर्शनकारी बीच में बोलने लगे।
नई दिल्ली [भगवान झा]। Farmers Protest : कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बार्डर पर महीनों से जाम लगाकर बैठे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ गुस्सा अब लगातार बढ़ता जा रहा है। एक मार्च को झाड़ौदा बार्डर पर लगे बैरिकेड के चलते परेशान ग्रामीणों ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया वहीं, शुक्रवार को ढांसा बार्डर पर हरियाणा की एक छात्रा ने धरना-प्रदर्शन सहित अन्य सवाल राकेश टिकैत से पूछने लगी तो टिकैत निरुत्तर नजर आए। छात्रा के सवालों का जवाब टिकैत नहीं दे पाए और उल्टे ही वहां बैठे प्रदर्शनकारी छात्रा से नाम, पता पूछने लगे। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
वाकया कुछ इस तरह हुआ कि भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत करीब साढ़े ग्यारह बजे ढांसा बार्डर पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करने पहुंचे थे। इसी दौरान हरियाणा से आई एक छात्रा मंच पर गई और कुछ बोलने की इच्छा जाहिर की। इसके बाद छात्रा को माइक दिया गया। कुछ समय तक प्रदर्शन के समर्थन में बोलने के बाद छात्रा ने राकेश टिकैत से पूछा कि अगर प्रदर्शनकारी और सरकार अपने रुख पर अड़े रहे तो यह प्रदर्शन कहां तक जाएगा। ऐसे में समस्या का समाधान कैसे होगा यह चिंता की बात है।
इसके बाद जैसे ही छात्रा ने कहा कि लाल किला की घटना के पीछे आप हो या नहीं यह मुझे नहीं पता, इतना कहते ही प्रदर्शनकारियों ने छात्रा का माइक बंद कर दिया। इसके बाद राकेश टिकैत सहित अन्य प्रदर्शनकारी बीच में बोलने लगे। छात्रा इस दौरान बार-बार कहती रही कि मैं किसी को दोष नहीं दे रही हूं, लेकिन इन सवालों का जवाब जरूर मिलना चाहिए। आज देश का युवा और किसान दोनों परेशान है।
ऐसे में इस समस्या का हल निकलना जरूरी है। जब छात्रा को प्रदर्शनकारी बोलने नहीं दे रहे थे तो उसने कहा कि देश का युवा सवाल पूछेगा ही। इस दौरान एक महिला मंच पर आई और छात्रा को इस तरह की बात नहीं करने की नसीहत दी। घटना के बाद राकेश टिकैत ने अपनी बात रखी, लेकिन छात्रा के सवालों का जवाब नहीं मिला। भले ही छात्रा को नहीं बोलने दिया गया हो लेकिन प्रदर्शन से हो रही आम लोगों की दिक्कतें उसकी बातों में साफ-साफ झलक रही थी।