दिल्ली नहीं ये शहर रहा दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर, जानें पूरा मामला
जानकारों की मानें तो प्रदूषण के सूक्ष्म कण पीएम-2.5 की मात्रा में कमी नहीं आ रही है।
गाजियाबाद (जेएनएन)। गाजियाबाद की आबोहवा में घुला जहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को एक बार फिर गाजियाबाद स्मॉग की चादर में लिपटा रहा। स्मॉग ऐसा रहा कि सोमवार शाम तक गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा। गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स देश के अन्य शहरों से बेहद अधिक रहा।
वहीं, डॉक्टरों ने श्वास रोगियों को घर में ही रहने और जरूरी काम के लिए ही मास्क लगाकर घर से निकलने की सलाह दी है। गौरतलब है कि पिछले दिनों भी गाजियाबाद प्रदूषण के रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे अधिक प्रदूषित शहर बना था।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ो के अनुसार गाजियाबाद का सोमवार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 467 दर्ज किया गया। पीएम 10 का स्तर 715 रहा जो मानकों से सात गुना से भी अधिक है। पीएम 2.5 भी 460 दर्ज किया गया जो मानकों से करीब आठ गुना ज्यादा है।
गाजियाबाद के बाद सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में नोएडा और आगरा रहे जिनका एयर क्वालिटी इंडेक्स क्रमश: 415 और 405 रहा।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वैज्ञानिक सपना श्रीवास्तव ने बताया कि हवा की गति में तेजी आने अथवा बारिश आने पर ही प्रदूषण के स्तर में गिरावट दर्ज की जा सकेगी। ऐसे में श्वास रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
नहीं आ रही प्रदूषण के सूक्ष्म कणों में कमी
जानकारों की मानें तो प्रदूषण के सूक्ष्म कण पीएम-2.5 की मात्रा में कमी नहीं आ रही है। यही कारण है कि प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। सूक्ष्म कण लोगों के लिए सबसे अधिक हानिकारक हैं। ये श्वास रोगियों के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं।
सोमवार को यह रहा प्रदूषण स्तर
अवयव मात्रा
पीएम-10 715
पीएम-2.5 460
एसओ-2 62
एनओ 2 132
(आंकड़े माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर में हैं, सीपीसीबी की वेबसाइट के अनुसार)