दिल्ली की राजनीतिक जंग में दो चैंपियन, एक बॉक्सर तो दूसरा क्रिकेटर; कठिन होगी लड़ाई
भाजपा ने जहां पूर्व क्रिकेटर और ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर को चुनावी पिच में उतारा है वहीं कांग्रेस ने भी बॉक्सिंग चैंपियन विजेंदर सिंह को राजनीतिक रिंग में उतार दिया है।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली के सियासी संग्राम में इस बार दो सूरमा ऐसे भी उतरे हैं जो खेल जगत के दिग्गज भले हों, लेकिन राजनीति की पिच पर तो नौसिखिए ही हैं। चुनाव प्रचार के दौरान इनके बयानों से पार्टियों को किसी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़े इसके लिए बाकायदा अब इन दिग्गजों की क्लास लगेगी। इन्हें चुनाव प्रचार के लिए पहले तैयार किया जाएगा, तभी यह मैदान में उतरेंगे। बाकायदा एक टीम को इनका सहारा बनाया जा रहा है। हर कदम इनके साथ कोई सियासी प्रबंधक या प्रभारी भी रहेगा। पार्टियां इनकी शख्सियत का चुनाव में लाभ तो उठाना चाहती हैं, लेकिन उन्हें यह भी एहसास है कि कहीं भी कुछ उल्टा-पुल्टा न हो।
दरअसल, भाजपा ने पूर्वी दिल्ली से क्रिकेटर गौतम गंभीर को सियासी पिच पर उतारा है। गौतम ने क्रिकेट में भले जितने भी चौके छक्के लगाए हों, लेकिन इस नई पिच पर तो वह मीडिया के सवालों से भी क्लीन बोल्ड होने का भय मन में लिए हुए हैं। इसीलिए नामांकन के दौरान भी उन्होंने किसी से कोई बात नहीं की। अभी तक वह राजनीतिज्ञों की चिर परिचित वेशभूषा पहनना भी नहीं सीखे हैं।
मतदाताओं से क्या बात करनी है, मीडिया को क्या जवाब देने हैं, प्रचार में क्या तौर- तरीके अपनाने हैं, यह सब कुछ भी अभी इन्हें सिखाया जा रहा है। इस कार्य के लिए पार्टी ने बाकायदा एक टीम भी लगा दी है जिसमें लोकसभा प्रभारी के साथ-साथ सहप्रभारी, संसदीय क्षेत्र विस्तारक, विधानसभा क्षेत्र विस्तारक और पूर्णकालिक कार्यकर्ता तक तमाम वरिष्ठ लोग शामिल हैं। यह सभी गौतम को राजनीति की गंभीरता से वाकिफ कराएंगे। कांग्रेस ने भी दक्षिणी दिल्ली सीट से ओलंपियन बॉक्सर विजेंदर सिंह को उम्मीदवार बनाया है। यह जनाब भी बॉक्सिंग रिंग में चाहे कितने पंच मारते रहे हों, लेकिन राजनीति के अखाड़े में तो इनका नामांकन तक कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने रात भर बैठकर तैयार किया।
जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में भी इनके साथ प्रदेश कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा और वरिष्ठ पार्टी नेता ओमप्रकाश विधूड़ी सहित कई नेता गए। अगर इन सबका सहयोग न होता तो इनका नामांकन भी न हो पाता। जाम में फंस जाने के कारण जिला निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में भी यह बिल्कुल ऐन वक्त पर ही पहुंचे थे। पार्टी सूत्र बताते हैं कि विजेंदर को चुनावी ज्ञान देने के लिए भी अब एक पूरी टीम गठित की जाएगी। पार्टी की ओर से एक वरिष्ठ नेता को इनका चुनाव प्रभारी बनाया जाएगा तो कई वरिष्ठों को उस टीम में जिम्मेदारियां दी जाएगी।
ओमप्रकाश विधूड़ी (वरिष्ठ नेता, प्रदेश कांग्रेस) का कहना है कि सेलीब्रेटी उम्मीदवारों के लिए राजनीति का मैदान नया तो होता ही है। उनकी मदद के लिए वरिष्ठ नेताओं को लगाया जाता है। विजेंदर का नामांकन भरा जा चुका है। अब उनके आगे के प्रचार अभियान, रोड शो, रैलियों और जनसभाओं इत्यादि का खाका भी जल्द तैयार हो जाएगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित एवं प्रदेश प्रभारी पीसी चाको सहित अन्य नेताओं के साथ मिलकर आगे की रणनीति तय की जाएगी।